विदेश में छाई नागदा के युवक की कलां
फोटोग्राफर की कलात्मक तस्वीरें विक्टोरिया में प्रदर्शित
फोटोग्राफर की कलात्मक तस्वीरें विक्टोरिया में प्रदर्शित
नागदा. हिंदुस्तान की कला विदेश में छाई है। शहर के एक फोटोग्राफर सुरेश पंजाबी ने अपनी कला से एक बार फिर नागदा का नाम गौरवांवित किया है। राष्ट्र व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवार्ड प्राप्त कर चुके पंजाबी की कलात्मक तस्वीरें अब ऑस्ट्रेलिया के लोगों की पसंद बनी है। यहां की सुप्रसिद्ध मोनाष गैलरी ऑफ आर्ट एमजीए द्वारा ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरियां शहर में लगाई गई प्रदर्शनी में स्टूडियों सुहाग के नाम से एक खंड बनाकर पंजाबी के छायाचित्रों को प्रदर्शित किया गया है।
भारत दर्शन औपनिवेशक से समकालीन तक नाम से एमजीए द्वारा गत 17 दिसंबर 2021 से प्रदर्शनी आयोजित जा रही है। इस प्रदर्शनी में शामिल की गई पंजाबी के छायाचित्रों को ऑस्ट्रेलिया के नागरिक 20 मार्च 2022 तक देख सकेंगे। पंजाबी संभवत: देश के पहले फोटोग्राफर है जिनके छायाचित्रों को विदेश आर्ट गैलरियों में जगह मिली है। इससे पहले पंजाबी की तस्वीरों को
रशिया में आयोजित प्रदर्शनी में सराहा गया था।
1980 के दशक ख्ंिाची गई ब्लैक एंड व्हाइट फोटो को अब तक कई अवार्ड मिल चुके है
राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर सराहनीय साबित हुई तस्वीरों में ज्यादातर 1980 के दशक में खिंची गई है। पंजाबी ने इन तस्वीरों के माध्यम से भारत की ग्रामीण, लोक संस्कृति, परांपराओं को बताया है। पंजाबी की इन तस्वीरें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई अवार्डो से नवाजी जा चुकी है। वर्ष 2013 में दिल्ली के प्रगति मैदान आर्ट हैरिटेज प्रदर्शनी में भी पंजाबी की तस्वीरों को स्थान मिला था। इसी तरह वर्ष 2016 में चेन्नई वल्र्ड वाइज गैलरी में भी पंजाबी की तस्वीरों को रखा गया था।
तीन साल पहले बेंगलूरू के फोटोग्राफी संग्रहालय को
उपहार में दी थी तस्वीरें
पंजाबी ने वर्ष 2019 में अपनी निगेटिव तस्वीरें बेंगलूरू के फोटोग्राफी संग्रहालय को उपहार में दी थी। तब से उनकी तस्वीरें दुनियाभर में पसंद की जाने लगी है। रशियां में पंजाबी की तस्वीरे सराहने के बाद अब यही तस्वीरें ऑस्ट्रेलियां के लोगों की भी पसंद बनी है। पंजाबी ने बताया कि तीन माह तक चलने वाली प्रदर्शनी में यूके, अमेरिका, फ्रांस, श्रीलंका के फोटोग्राफरों की तस्वीरें प्रदर्शित की गई है। जिसमें सबसे अधिक तस्वीरें पंजाबी की है। खास बात यह है कि पंजाबी की तस्वीरों का अलग से खंड बनाया गया है। जिसे देखने रोजाना सैकड़ो विदेशी नागरिक पहुंच रहे हैं।