इसलिए बढ़ाते हैं निगरानी
अगर समय देते ध्यान नहीं दिया गया तो ट्रैक क्रेक भी हो सकता है। इसलिए रेलवे विभाग ने रेलवे ट्रैक की निगरानी बढ़ा दी है। ट्रेकमैन की सक्रियता बढ़ गई। उज्जैन के आसपास के क्षेत्रों में भी कोहरे जैसी स्थिति नहीं बनी है, लेकिन ट्रैक को संधारण का काम शुरू हो गया। बढ़ती सर्दी का असर ट्रेन की रफ्तारों पर भी दिखाई देने लगा है। उत्तर भारत से आने वाली ट्रेन का टाइम टेबल बिगड़ रहा है। हालांकि अभी ट्रेन ज्यादा लेट नहीं हो रही है।
३ घंटे से ज्यादा लेट आई मालवा
कटरा से इंदौर आने वाली मालवा एक्सप्रेस सोमवार को तीन घंटे से ज्यादा लेट उज्जैन पहुंची। ट्रेन पिछले कई दिनों से एक से दो घंटे लेट उज्जैन पहुंच रही हैं। वहीं इंदौर से जाने वाली मालवा एक्सप्रेस भी सोमवार को करीब १५ मिनट देरी से पहुंची। हालांकि उज्जैन स्टेशन पर उत्तर भारत से आने वाली प्रतिदिन की ट्रेनों की संख्या कम है, इसलिए अभी ट्रेनों की स्थिति सामान्य है।
उत्तर भारत में कोहरे ने मचाई हलचल
उत्तर भारत में कोहरे के चलते दिल्ली से मुंबई जाने वाले रेलवे ट्रेक पर पड़ा है। उत्तर भारत से उज्जैन और नागदा होकर महाराष्ट्र व गुजरात जाने वाली ट्रेनें घंटों देरी से पहुंची। ट्रेन लेट होने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। विशेषकर प्रतिदिन अप-डाउन करने वाले यात्रियों को, इनमें महाविद्यालय के छात्र, शासकीय कर्मचारी, प्राइवेट सेक्टर में कार्य करने वाले कर्मचारी शामिल हैं। उत्तराखंड, पंजाब, दिल्ली, उप्र से नागदा होकर गुजरात व महाराष्ट्र जाने वाली लगभग एक दर्जन ट्रेन 3 से 5 घंटे की देरी से पहुंचीं।
यात्री हुए परेशान
दिल्ली से मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेन लेट होने से प्रतिदिन अप-डाउन करने वाले यात्रियों को अधिक परेशानी हुई। विशेषकर रतलाम अप-डाउन करने वाले। नागदा से रतलाम की ओर जाने वाली ट्रेन दिल्ली से ही आती है और मुंबई की ओर जाती है। सुबह जनता व स्वराज सुपरफास्ट ट्रेन लेट होने से पैसेंजेंर ट्रेन मेमू में अधिक दबाव देखा गया, लेकिन दोपहर को देहरादून लेट होने से रतलाम जाने वाले यात्रियों को बस का साहरा लेना पड़ा। दोपहर देहरादून के अलावा रतलाम जाने के लिए कोई ट्रेन नहीं है। यह ट्रेन खाचरौद व प्रत्येक गांव में भी रुकती है।