इन 6 लोगों ने दिया था गैंगस्टर विकास का सुराग
उत्तर प्रदेश के कानपुर में सीओ देवेन्द्र मिश्र समेत आठ पुलिसकर्मियों के बहुचर्चित हत्याकांड के दोषी गैंगस्टर विकास दुबे को उज्जैन पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गैंगस्टर विकास उज्जैन में बाबा महाकाल मंदिर में दर्शन करने के लिए आया था और यहीं से उसकी गिरफ्तारी की गई थी। गैंगस्टर विकास की गिरफ्तारी में जिन लोगों ने सबसे पहले पुलिस को सुराग दिया था उनमें मंदिर के बाहर फूल प्रसाद बेचने वाला सुरेश कहार, मंदिर के निजी सिक्योरिटी गार्ड राहुल शर्मा और धर्मेन्द्र परमार, महाकाल पुलिस आरक्षक विजय राठौर, जितेन्द्र कुमार और परशराम शामिल थे। गैंगस्टर विकास की तस्वीर हार फूल दुकान लगाने वाले सुरेश कहार ने कई न्यूज चैनलों पर देखी थी और जब विकास उसकी दुकान पर फूल लेने के लिए पहुंचा तो उसे शक हुआ। सुरेश ने तुरंत मंदिर के निजी सुरक्षा गार्ड राहुल और धर्मेन्द्र को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस चौकी में तीनों ने सूचना दी और तीनों पुलिसकर्मियों ने विकास को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया था।बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से विकास दुबे का सुराग देने वाले को पांच लाख रुपए का इनाम देने का ऐलान किया गया था। जिसके बाद उज्जैन पुलिस के सामने ये सवाल खड़ा हो गया था कि आखिरकार किसने गैंगस्टर विकास का सुराग सबसे पहले दिया था। इसका पता लगाने के लिए उज्जैन एसपी ने विशेष टीम का गठन किया था जिसने शहर के विभिन्न सीसीटीवी कैमरों और चश्मदीदों के बयानों के बाद इन 6 लोगों को चिन्हित किया है जिनके नाम अब इनाम के लिए यूपी पुलिस के पास भेजे जाएंगे।