गीले-सूखे कचरे को लेकर छिड़ी रार, अफसरों की भी खैर नहीं
कहीं समय पर कचरा वाहन नहीं पहुंचने और कहीं वाहन खराब होने पर निगमायुक्त ने कंपनी पर लगाया २२ हजार का जुर्माना
कहीं समय पर कचरा वाहन नहीं पहुंचने और कहीं वाहन खराब होने पर निगमायुक्त ने कंपनी पर लगाया २२ हजार का जुर्माना
उज्जैन. गीले व सूखे कचरे को लेकर नगर निगम प्रशासन ने व्यवस्थाओं पर नजरे गढ़ा दी है। 20 अक्टूबर बाद गीला-सूखा कचरा अलग-अलग कर नहीं देने वालों से कचरा नहीं लिया जाएगा वहीं अब एेसे नगर निगम अधिकारी-कर्मचारियों पर भी कार्रवाई होगी, जो अपने घर में कचरे का पृथकीकरण नहीं करते हैं। निगमायुक्त ने एेसे मामले सामने आने पर संबंधित अधिकारी-कर्मचारी पर अर्थ दंड की कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
कई घरों से अब भी गीला व सूखा कचरा अलग-अलग नहीं देने और कचरा वाहनों में मिक्स कचरा जमा करने की शिकायत के बाद निगम ने इसकी मॉनिटरिंग बढ़ा दी है। निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने दो उपायुक्त को कचरा कलेक्शन सेंटर पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी है वहीं अब निगम स्टॉफ के घरों से निकलने वाले कचरे पर भी ध्यान रखा जाएगा। स्वच्छता को लेकर शुक्रवार को निगमायुक्त पाल ने बैठक ली। उन्होंने कहा, अमले का स्वच्छता के प्रति समर्पित होना बेहद जरूरी है। मिशन के विपरीत गीला और सूखा कचरा पृथक-पृथक न देने वाले निगम अधिकारी-कर्मचारियों पर जुर्माना किया जाए। पाल ने कहा, निगम मुख्यालय, जोन कार्यालयों और निगम के अन्य भवनों के साथ ही निगम अधिकारियों और कर्मचारियों के घरों पर भी स्वच्छता संबंधी नियम लागू है, जिसका अनिवार्य रूप से पालन किया जाए।
कर्मचारियों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए देंगे सामग्री
नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के स्वास्थ्य को नजरअंदाज किया जा रहा है। कई कर्मचारियों को बिना दस्ताने, मास्क आदि के ही सफाई करना पड़ती है। कर्मचारियों के स्वास्थ्य से हो रही इस खिलवाड़ को पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया था। निगमायुक्त पाल ने १५ अक्टूबर तक कर्मचारियों को ग्लोब्ज, मास्क, जेकेट आदि जरूरी सामग्री देेने के निर्देश दिए हैं।
यह निर्देश भी दिए
सड़को पर निर्माण सामग्री रखने वालों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई करें।
शहर की सभी सड़के व गलियां दीपावली के पूर्व पूरी तरह साफ करें।
बल्क गार्बेज से सूखा कचरा प्राप्त करने के लिए एक आयशर वाहन आरक्षित करें।
कचरा वाहनों का वार्डवार कार्यक्रम समय सहित सोशल साईट पर अपलोड करें।
सफाई कर्मचारियों और वाहन के साथ कचरा कलेक्ट करने वाले हेल्परों का जोननवार प्रशिक्षण दें।
कचरा ट्रांसफर स्टेशनों की समूचित सफाई व इनकी जमीन पर पक्का निर्माण करवाएं।
कचरा वाहन सुबह 6.30 बजे पर रवाना हो।
दुकानों, होटलों इत्यादि पर दो-दो डस्टबिन रहे, पड़ताल करें।
पन्नी कचरा बीनने वाले पंजीकृत व्यक्तियों के परिवार को शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाया जाए।
बर्तन बैंक एक सप्ताह में शुरू करें।
रविवार अवकाश के स्थान पर सफाई अमले को सप्ताह में दो दिन आधे-आधे दिवस का अवकाश दें।