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तबादले से नाखुश अधिकारियों ने क्यों ली आचार संहिता की आड़

उच्च शिक्षा विभाग ने ताबड़तोड़ जारी की थी तबादला सूची, विक्रम में उपकुलसचिव नहीं आए

उज्जैनMar 14, 2019 / 01:21 am

Lalit Saxena

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तबादले से नाखुश अधिकारियों ने क्यों ली आचार संहिता की आड़

उज्जैन. उच्च शिक्षा विभाग ने आचार संहिता के एक दिन पहले ताबड़तोड़ तबादला सूची जारी की। इसमें विक्रम विश्वविद्यालय और पाणिनि विवि के अधिकारियों व कुलसचिव के तबादले हुए। अब इन तबादलों से नाखुश अधिकारी आचार संहिता की आड़ में तबादले को टालने की कोशिश कर रहे हैं, हालांकि जो लोग तबादले से खुश हैं। इन्होंने तबाड़तोड़ रिलीव होकर ज्वाइन भी कर लिया है। इधर, पीएससी के तहत चयनित होकर आए विक्रम विवि मे तीनों सहायक कुलसचिव ने ज्वाइन कर लिया है। हालांकि ज्वाइनिंग के बाद सभी अवकाश पर चले गए हैं। जल्द ही अधिकृत रूप से काम पर आएंगे।
पाणिनी कुलसचिव स्टे की कोशिश में महर्षि पाणिनी विवि के कुलसचिव के तौर पर एसएल सोलंकी को पदस्थ किया गया। पाणिनी के वर्तमान कुलसचिव मनोज कुमार तिवारी का तबादला डॉ. बीआर अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विवि महू किया गया। विवि में कुछ समय पूर्व हुई नियुक्ति की जांच की तैयारी सरकार ने कर ली है। इसकी एक पूरी फाइल उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के पास पहुंच गई। एेसे में उक्त जांच को प्रभावित होने से रोकने के लिए कुलसचिव का तबादला हुआ। अब सूचना आ रही है कि आचार संहिता का पेंच नहीं फंसा तो तिवारी न्यायालय की शरण ले सकते हैं।
नहीं आए विक्रम केउपकुलसचिव
विक्रम विवि में उपकुलसचिव के तौर पर मेघराज निनाम उपकुलसचिव रानीदुर्गावती विवि जबलपुर पदस्थ किया गया। उन्होंने अभी तक ज्वाइन नहीं किया है। बता दें, विधानसभा आचार संहिता से पूर्व विक्रम विवि से उपकुलसचिव रविशंकर सोनवाल और बद्येल का तबादला हुआ। आचार संहिता के चलते यह रिलीव नहीं हो सके। फिर रुक गए। जबलपुर से भी उपकुलसचिव को विक्रम विवि भेजा गया था, लेकिन वह भी जबलपुर रुक गए। अब एक बार फिर पुरानी स्थिति बनती हुई नजर आ रही है।
६० कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर
विक्रम विवि के करीब ६० कर्मचारियों को लोकसभा चुनाव की ड्यूटी में लगा दिया गया है। बुधवार को उक्त सूची विवि पहुंची। विवि प्रशासन ने सभी कर्मचारियों को आदेश थमा दिया। इसके बाद कर्मचारियों ने अपने-अपने विभाग प्रमुख से ड्यूटी हटवाने की कोशिश करने की मांग की। हालांकि एेसी संभावना कम है। ६० कर्मचारियों के विवि से जाने से काम पर काफी असर पडऩे वाला है।
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