5100 ज्योति से मां दुर्गा की महाआरती, बहराधाम में आज होगा रावण के पुतले का दहन
सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति द्वारा मनाया जाएगा दशहरा पर्व
Maha Aarti of Mother Durga with 5100 Jyoti, Ravana’s effigy will be burnt in Baharadham today
उमरिया. सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष राकेश शर्मा ने बताया कि हर वर्ष की भांति परंपरा अनुसार इस वर्ष भी दशहरा पर्व स्थानीय मंगल भवन के प्रांगण में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। असत्य पर सत्य की जीत एवं अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला यह पर्व की शुरुआत भगवान श्रीराम ने अहंकार का प्रतीक रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त कर की थी। सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति द्वारा रामलीला का मंचन कराया जाता है जिसके बाद रावण के पुतले का दहन कर शानदार आतिशबाजी का नजारा देखने को मिलता है।
बहराधाम में भी मनाया जाएगा पर्व
दशहरा पर्व 15 अक्टूबर को नगर की धर्मपीठ बहराधाम में परंपरागत तरीके से मनाया जाएगा। इस मौके पर रघुराज मानस कला मंदिर द्वारा आयोजित श्रीराम लीला में श्रीराम एवं रावण का भीषण युद्ध होगा। जिसमें भगवान द्वारा रावण का संहार किया जाएगा। आतंक के प्रतीक रावण का अंत होते ही चारों दिशाएं विजयघोष से गूंज उठेंगी। इस अवसर पर विशाल रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। आयोजक मंडल द्वारा इस बार बहराधाम में लगभग 60 फिट ऊंचा रावण का पुतला तैयार कराया गया है। उल्लेखनीय है कि बहराधाम में श्रीराम की कथाओं के मंचन का यह 122वां वर्ष है। श्री राघराज मानस कला मंदिर के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अजय सिंह ने समस्त धर्मानुरागी नागरिकों से कार्यक्रम में सपरिवार पधार कर पुण्यलाभ लेने का आग्रह किया है।
5100 ज्योति से संगीतमय महाआरती
लाडली दुर्गा उत्सव समिति पुराना पड़ाव की महारानी लाडली माँ शहर की मानी जानी ख्याति प्राप्त लगभग 4 दशक से विराजमान होकर सभी भक्तों के कष्ट का निवारण कर रही है। महाष्टमी पर 5100 ज्योति के साथ बाजा ताल में डंका, नगाड़ा और घडिय़ाल के साथ संगीतमय आरती का आयोजन किया गया और समिति की ओर से विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया।
कालरी ग्राउण्ड में भी होगा दशहरा
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बिरसिंहपुर पाली स्थित कालरी ग्राउण्ड में दशहरा मनाया जाएगा। इस संबंध में दशहरा कमेटी के सचिव प्रीतम पाठक ने बताया कि दशहरा कार्यक्रम जनरल मैनेजर एसईसीएल की अध्यक्षता में संपन्न होगा। कार्यक्रम के दौरान मूर्तियों का एकत्रीकरण कालरी ग्राउण्ड प्रांगण मे नहीं होगा। कालरी कर्मचारियों द्वारा दशहरा आयोजन के लिए अपनी एक दिन सैलरी देकर कार्यक्रम को सफल बनाने सहयोग किया जाता है। कोरोना काल को देखते हुए इस वर्ष झांकियों के आयोजन भी नहीं होंगे।