डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मिलेट्स महोत्सव में शामिल होने के लिए उन्नाव आए थे। उन्होंने अखिलेश यादव और ममता बनर्जी की मुलाकात पर कहा कि दोनों समुंद्र के टापू में मिले, इससे हमें कोई लेना देना नहीं है। ‘सपा समाप्त वादी’ पार्टी है।
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60 साल तक कांग्रेस के कब्जे में रही ईडी और सीबीआई
सीबीआई और ईडी से विपक्षी नेताओं को डराने वाले सवाल पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा सीबीआई और ईडी कांग्रेस के पास 60 साल तक रही है और 60 साल तक देश को लूटते रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा है कि हम ना खाएंगे ना खाने देंगे। जिसने भी मेरे देश को लूटा है, गरीब को लूटा है। उससे वसूल कर गरीबों को लौटा दूंगा।
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एक बटन में 25 लाख करोड़ रुपए किसानों के खाते में पहुंचे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 लाख करोड़ रुपए एक बटन दबाकर लोगों के खाते में भेज दिया। पहले के प्रधानमंत्री संसद में कह चुके हैं कि हम यहां से 1 रुपए भेजते हैं तो लोगों के पास 15 पैसा पहुंचता है। उन्होंने पूछा की 25 लाख करोड़ रुपए का 85 प्रतिशत पैसा कौन खा जाता था?
देश को लूटने वाले सीबीआई-ईडी से नाराज हैं
पिछले 60 सालों से जिन्होंने खाया है, उनके यहां छापे पड़ रहे हैं। बड़े-बड़े हाल में नोट की गड्डियां मिल रही है, सोने चांदी की सिल्ली मिल रही है, कीमती जमीनों के दस्तावेज मिल रहे हैं। छापे से देशवासी काफी खुश हैं। नाराज वही है जिसने देश को लूटा है।
हड़ताली कर्मचारियों से वापस आने की अपील
हड़ताली कर्मचारियों पर उन्होंने कहा कि हड़ताल खत्म कर वापस काम पर लौटे। उनसे अपील भी की जा रही है। विद्युत व्यवस्था को कहीं से भी बाधित करने की कोशिश करेगा। ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अखिलेश यादव पर तीखी टिप्पणी की
अखिलेश यादव के बयान कि मुख्यमंत्री खुद को क्षत्रिय बताते हैं और बगल में शूद्र को बैठाते हैं के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिसके जैसे संस्कार है वह वैसा ही बोलता है। अखिलेश यादव पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे हैं खुद भी पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। बहुत बड़े आदमी है। छोटे लोगों को छोटे भाव से देखते हैं। जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।
जैसा खाओगे अन्न वैसा रहेगा मन
अन्नदाताओं के लिए मेले का आयोजन किया गया है। किसानों को मिलेट्स महोत्सव के प्लेटफार्म मिल रहा है। जहां किसान श्री अन्न यानी मोटा अनाज विश्व के बाजार में बेच सकता है।
अब मोटा अनाज को गरीबों का भोजन नहीं
मोटे अनाज को गरीबों का भोजन कहा जाता था। आज इस भोजन को खाने के लिए लोग तरस रहे हैं। जैसा खाए अन्न वैसा रहे मन। उन्होंने कहा कि यह श्री अन्न श्रीमन बनाने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कम समय में इसे विश्व स्तर का विषय बनाने का प्रयास किया है।
मोटा अनाज कम समय और कम खर्चे में तैयार होता है
मोटा अनाज कम समय और कम पानी में बिना खाद के तैयार होने वाली फसल है। अगर ऊपर से भगवान ने पानी दे दिया तो बिना खर्च के यह फसल तैयार होती है। किसानों की आमदनी होती है। उन्होंने किसानों से अपील की की अधिक से अधिक मोटा अनाज पैदा करें। उनके लिए विश्व का बाजार खुला हुआ है।