जानबूझकर जांच को लंबा खींचा गया
इस संबंध में बातचीत करने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश प्रताप सिंह ने बताया की मामले को लंबा खींचने और अस्पष्ट आख्या प्रस्तुत ना करने के कारण सीडीपीओ को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है ।जबकि क्लर्क को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकत्री के मानदेय सेवा समाप्त करने की संस्तुति की गई है। लेकिन मामला कोर्ट में है इसलिए अदालत का आदेश आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
राजरानी ने कहा साजिश के तहत फंसाया गया
आंगनवाड़ी कार्यकत्री राजरानी पत्नी बाबूलाल ने पत्रिका से बातचीत के दौरान बताया कि जिला कार्यक्रम अधिकारी के यहां से नौकरी बहाल करने के लिए लिपिक करण ने ₹50000 की मांग की। असमर्थता जताने पर करण ने ₹20000 में काम कराने का वादा किया। जिसकी ऑडियो क्लिप राजरानी ने सुनाया। ऑडियो क्लिप में राजरानी का पति बाबूलाल ने जिला कार्यक्रम अधिकारी, सीडीपीओ सहित अन्य लोगों पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ऊपर वाले को देने के नाम पर करण उनसे पैसे ले रहा था। वह लगातार 1 साल से दौड़ रहा। लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट लिपिक करण भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है उसके खिलाफ साजिश के तहत एफ आई आर दर्ज कराई गई और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
जिलाधिकारी के आदेश पर हुई कार्रवाई
इस संबंध में बातचीत करने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा की जिलाधिकारी के आदेश से आगे की कार्रवाई की जा रही है सीडीपीओ को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है इसके साथ ही सुपरवाइजर को निलंबित कर दिया गया है आंगनवाड़ी कार्यकत्री की सेवाएं समाप्त कर दी गई है मामला न्यायालय में है लेने आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।