एंटी ड्रोन से लेकर AI से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम जानकारी के मुताबिक, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस चीफ मोहन भागवत के साथ बड़ी संख्या देश-विदेश की हस्तियां शामिल होने के लिए आ रही हैं. इसके साथ ही लाखों की संख्या में आम लोग भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले हैं. ऐसे में 16 से लेकर 23 जनवरी तक अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था किसी चुनौती से कम नहीं है. इससे निपटने के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम बनाए गए हैं.
एसपीजी की निगरानी में होगी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा UP Police की तरफ से 3 DIG , 17 IPS और 100 PPS स्तर के अधिकारी अयोध्या में तैनात किए गए हैं। इनके साथ 325 इंस्पेक्टर, 800 सब इंस्पेक्टर और एक हजार से अधिक कांस्टेबल मौजूद रहेंगे। PAC की चार कंपनियों को भी भेजा गया है, जो कि आम लोगों की सुरक्षा का कार्य करेंगी। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य कार्यक्रम SPG की निगरानी में ही होगा। उसके साथ CRPF, ATS, STF के अधिकारी लगातार संपर्क में रहेंगे।
सरयू में हाई स्पीड बोट तो आसमान में एंटी ड्रोन सिस्टम IG रेंज अयोध्या प्रवीण कुमार के मुताबिक, करीब 11 हजार अतिरिक्त सुरक्षा बल अयोध्या में तैनात किए जाएंगे। सरयू नदी में निगरानी करने के लिए जल पुलिस को अतिरिक्त हाई स्पीड बोट मुहैया कराई गई है। सुरक्षा एजेंसियों की नजर जमीन से लेकर आसमान तक रहेगी। इसके लिए एंटी ड्रोन सिस्टम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम तैयार किए गए हैं। आने-जाने वालों की फिजिकल चेकिंग के अलावा, उच्च स्तरीय सुरक्षा तकनीक का भी इस्तेमाल होगा। लोगों की पहचान की जांच की जाएगी।
हर गली, हर मोड़ CCTV की जद में अयोध्या में चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए UP Police ने 10 हजार से अधिक CCTV कैमरे लगाए हैं। इन कैमरों के जरिए लोगों की हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। इसके साथ ही आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का भी सहारा लिया जाएगा। स्थानीय लोगों को भी इस योजना में सहभागी बनाया जा रहा है, जिन लोगों के दुकानों और घरों के सामने CCTV कैमरे लगे हैं, उनको पुलिस कंट्रोल रूम से जोड़ा जा रहा है। ये कैमरे यूपी पुलिस के 10000 से अधिक CCTV कैमरों के नेटवर्क के अलावा होंगे।
आम जनता भी बनी इंटेलिजेंस की आंख इसके साथ ही यूपी पुलिस फिजिकल इंटेलिजेंस का सहारा ले रही है। बड़ी संख्या में ऐसे लोगों से संपर्क कर उनको अपने साथ जोड़ा गया है जो ई रिक्शा, टैक्सी, होटल, धर्मशाला और गेस्ट हाउस कर्मचारी हैं। ऐसे लोगों को यह निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या फिर संदिग्ध लोग दिखाई दें तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। यही नहीं यदि बिना परिचय पत्र के कोई भी किसी होटल धर्मशाला या लॉज या फिर मंदिर में रुकता है, तो वहां के कर्मचारी सीधे पुलिस को सूचना देंगे। उनके नाम गुप्त रखे जाएंगे।
CISF के 250 अधिकारी, जवान एयरपोर्ट की सुरक्षा में अयोध्या के महर्षि वाल्मिकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा सीआईएसएफ को सौंपी गई है। गृह मंत्रालय ने CISF के 250 जवानों और अधिकारियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है। अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले एयरपोर्ट पर सुरक्षा पुख्ता कर दी गई है. 22 जनवरी को यहां 100 से अधिक विमान उतरने की संभावना है। इसमें बड़ी संख्या में VVIP शामिल हैं। इस एयरपोर्ट को 20 महीने के रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है। इस एयरपोर्ट 1450 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।