बता दें कि, काउंटर स्ट्राइक गेम को पीसी में ही खेला जाता है। इस गेम में कार्बन गेमिंग उर्फ पवन का इतना इंटरेस्ट था कि इसे वह लगातार 1 साल तक खेलते रहे। ऐसे में उन्हें क्या पता था कि उनका ये शौक उनकी जिंदगी को एक नया मोड़ दे देगा।
दरअसल, उन्हें इसके जरिए अपनी लाइफ का पहला टूर्नामेंट खेलने को मिला। इसमें सबसे दिलचस्प बात तो यह थी कि उनके गेम को देख सभी लोग दंग रह गए, जिसके चलते उनका नाम ‘कार्बन गेमिंग’ रखा गया।
वैसे, तो कॉन्टर स्ट्राइक में पवन अपना नाम पहले ही बना चुके थे। मगर, इंडिया का मोस्ट फेवरेट और पॉपुलर खेले जाने वाला गेम पबजी गेम को खेलने में इन्हें थोड़ा दिक्कत आई। फिर भी, पहले से ही काउंटर स्ट्राइक खेलने की वजह से उन्हें गेम समझने में ज्यादा टाइम नहीं लगा।
मात्र 2 महीने में ही उनका नाम सिटी के बेस्ट पबजी प्लेयर्स में शामिल हो गया। इसके बाद उन्होंने कई टूर्नामेंट खेलें, जिसके चलते 2020 के बाद उन्होंने बड़े-बड़े कंपनी के टूर्नामेंट में हिस्सा लिया साथ ही, इनमें, 4 से 5 वीं रैंक हासिल की।
हाल ही में, अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने फ्यूचर प्लान का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “मैं अपनी सफलता से बेहद खुश हूं। अभी और मेहनत करनी है। फ्यूचर में और बड़े लेवल के टूर्नामेंट की तैयारियों में जुटा हुआ हूं। मेरा सपना है कि मैं अपने गेमिंग स्किल से इंडिया का नाम रोशन कर सकूं।”