वाराणसी

गिरफ्तार नागरिक सत्याग्रह यात्रियों का गाजीपुर जेल में भूख हड़ताल का ऐलान

-मंगलवार को गाजीपुर में गिरफ्तार किए गए थे 10 सत्याग्रही-चौरीचौरा से शुरू हुई थी यात्रा, राजघाट, दिल्ली तक जाना था, 225 किलोमीटर की यात्रा तय कर चुके थे-यात्रा का मकसद, गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाना और सांप्रदायिक सौहार्द रहा

वाराणसीFeb 13, 2020 / 04:49 pm

Ajay Chaturvedi

नागरिक सत्याग्रह यात्रा के सत्याग्रही

वाराणसी. चौरीचौरा से राजघाट, दिल्ली तक की सत्याग्रह यात्रा पर निकले सत्याग्रहियों ने गिरफ्तारी के बाद गाजीपुर जेल में भूख हड़ताल शुरू करने की घोषणा की है। ये भूख हड़ताल गुरुवार शाम 5 बजे से शुरू होगा।
जेल सुपरिंडेंट और डीएम गाजीपुर को लिखे पत्र में सत्याग्रहियो ने लिखा है कि, हम लोग शांतिपूर्ण मार्च कर रहे थे। इस बीच यूपी पुलिस ने हमें गिरफ्तार कर हमारे ह्यूमन राइट को कुचला है। हमारी गिरफ्तारी बिना किसी बजह के की गई है।
बता दें कि इन सत्याग्रहियों को मंगलवार को गाजीपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तब यह बताया गया था कि सत्याग्रहियों के पास यात्रा की अनुमति नहीं है। बुधवार को एसडीएम सदर, गाजीपुर की कोर्ट में इन्हें पेश किया गया। एसडीएम सदर ने पुलिस के तर्कों को सही मानते हुए 10 सत्याग्रहियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। एसडीएम ने 5 लाख रुपये का बांड व दो राजपत्रित अधिकारियों जमानत की शर्त रखी है।
ये भी पढें- नागरिक सत्याग्रह यात्रा के 10 साधी न्यायिक अभिरक्षा में भेजे गए

सत्याग्रहियों का आरोप है कि पुलिस उनके शांति पूर्ण सत्याग्रह के मकसद को कुचलना चाहती है। पुलिस ने दर्ज एफआईआर में बताया कि यह यात्रा सीएए व एनआरसी के खिलाफ थी। उन्होने कहा है कि प्राथमिकी के शब्दों पर गौर करें तो पुलिस नागरिक सत्याग्रह यात्रा के मकसद को ही बदलने में लगी है। उन्होंने बताया कि यह सत्याग्रह यात्रा किसी तरह के हिंसा के खिलाफ है, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों का प्रचार-प्रसार करना हमारा मकसद है। हम तो लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दे पर युवाओं को डटे रहने की सलाह दे रहे थे। हम युवाओ को बता रहे थे कि कुछ लोग जाति-धर्म के नाम पर विद्वेष की भावना फैला रहे हैं, युवाओं को उनसे दूर रहने की जरूरत है।
ये भी पढें- नागरिक सत्याग्रह यात्रा के 9 साथी गाजीपुर में गिरफ्तार

हमने ये जरूर बताया कि हमारी सरकार युवाओं को रोजगार देने तथा बेहतर शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में असफल रही है। अब मंत्री और सांसद दुःखद संदेश प्रचारित कर रहे हैं और सरकार उन्हें सीएए व एनआरसी के माध्यम से बचाने में जुटी है।
उन्होने कहा कि सरकार पुलिस का इस्तेमाल कर शांतिपूर्ण पद यात्रा करने वालों को गिरफ्तार कर रही है। उन्होने आगे कहा कि, “हम गांधी के भारत की संतान हैं और गलत मानसिकता के विरुद्ध सत्याग्रह ही हमारा हथियार है। हमने जेल के बाहर भी यही कहा और जेल में भी यह कहेंगे।”
बताया कि इसी सोच के साथ 13 फरवरी की शाम 5 बजे से हम जेल में भूख हड़ताल शुरू करने जा रहे हैं। कहा कि भारत मेरा देश है और पुलिस हमें शांतिपूर्ण यात्रा से रोकने का फैसला नही कर सकती।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.