गीता राय बताया कि उनकी टीम की सदस्य डोली दास, खुशबू, प्रिया और हीरल ठक्कर ने मिल कर COVID-19 के लिए 100% सटीक एक नई तरह का RT PCR ( Reverse Transcriptase Polymerase Chain Reaction) आधारित नैदानिक परीक्षण तकनिक तैयार किया है। यह विधा एक ऐसे अनोखे प्रोटीन sequence को टारगेट करती है जो सिर्फ COVID-19 में मौजूद है तथा किसी और वायरल स्ट्रेन में मौजूद नहीं।
उन्होंने ने बताया की टेस्ट किट से जुड़े इस मामले को अनुदेशकों ने मार्गदर्शन और समर्थन के लिए CDSCO (Central Drugs Standard Control Organization) और ICMR(Indian Council for Medical Research) से संपर्क किया है ताकि इससे जनता तक ले जाया जा सके। इस तकनीक को validate और पूर्ण रूप से विकसित कसित करने हेतू सम्बंधित इंडस्ट्री की सहभागिता और सहयोग की आवश्यकता है। प्रो राय ने दावा किया है कि इस किट के माध्यम से 4-6 घंटे में कोरोना वायरस के पाजिटिव या निगेटिव होने का पता चल जाएगा।
भारतीय पेटेंट कार्यालय द्वारा किए गए पूर्व निरीक्षण में यह पाया गया कि देश में इस सिद्धांत RT-PCR आधारित कोई किट नहीं है जो कि इस तरह के प्रोटीन sequence को टारगेट कर रहा हो । उन्होंने बताया कि देश में COVID-19 के संक्रमण की बढ़ती स्थिति एवं सटीक, विशिष्ट, तीव्र एवं सस्ते नैदानिक कीटों की कमी को यह नैदानिक परीक्षण इन सभी मापदंडों को पूरा कर सकता है।
कौन हैं गीता राय
गीता राय बीएचयू के डिपार्टमेंट ऑफ मॉलिकुलर एंड ह्यूमन जेनेटिक्स की असोसिएट प्रोफेसर हैं वो पिछले को सालोन से कैंसर के बीमार से जुड़ी अनेक विषयों पर काम करती रही हैं। कैंसर व अन्य जानलेवा बीमारियों से लोगों को बचाने में जुटीं हैं।