रामनगर मंडल अध्यक्ष के चुनाव को लेकर नामांकन होना था। चुनाव अधिकारी आरबी सिंह के सामने ही कार्यकर्ता अशोक जायसवाल व डा.अनुपम गुप्ता ने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिये। कार्यकर्ताओं ने बूथ अध्यक्षों की सूची ब बदलने का भी आरोप लगाया। इसके बाद प्रत्याशी अवधेश कुशवाहा की अनुपस्थिति को लेकर भी कार्यकर्ताओं में नोकझोंक हुई। इन्ही सब बातों को लेकर बीजेपी नेताओं में हाथापाई तक हो गयी। चुनाव अधिकारी के कई बार हंगामे को शांत करने का प्रयास किया था। इसके बाद चुनाव अधिकारी ने किसी तरह से चुनाव प्रक्रिया को पूरा कराया। २१ प्रत्याशियों ने नामांकन किया और बाद में तीन ने पर्चा वापस ले लिया। जबकि अर्हता पूरी नहीं होने के चलते अध्यक्ष पद पर तीन लोगों का पर्चा निरस्त भी किया गया। पार्टी में जिस तरह से चुनाव को लेकर हंगामा, मारपीट व हाथापाई हो रही है उससे पार्टी की छवि खराब हो रही है साथ ही कार्यकर्ताओं के मनमुटाव का असर भी चुनाव 2022 पर पड़ सकता है।
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