बतादें कि इस मामले में चन्द्रशेखर के अधिवक्ता गिरिजेश कपूर ने कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि फारूक अब्दुल्ला के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को लेकर दिए गए बयान से मेरे मुवक्किल की भावनाएं आहत हुई हैं, साथ ही देश के करोड़ों लोग भी फारूक अब्दुल्लाह के इस बयान से दुखी हैं।
अधिवक्ता ने कहा कि फ़िल्म अभिनेता ऋषि कपूर ने भी देश की अखंडता को तोड़ने वाले फारूक के इस बयान का समर्थन किया है इसलिए ऋषि कपूर का भी गुनाह फारुक अब्दुल्लाह के बराबर ही है। उन्होंने कहा कि इसलिए अदालत से अनुरोध है कि इस मामले में दोनों लोगों पर आईपीसी की धारा 124ए के तहत मुकदमा चलाया जाए। वकील की इस दलील पर अदालत ने याचिका स्वीकार करते हुए अगली सुनवाई के लिए 21 नवंबर की तारीख नियत की।
कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला का विवादित बयान जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर बयान दिया। फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहन रखीं है, वो इतना कमजोर नहीं है कि अपने कब्जे वाले कश्मीर पर भारत का कब्जा होने देगा। इस बयान के समर्थन में उतरे बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर ने पीओके, पाकिस्तान को देने और कश्मीर को भारत का हिस्सा कह कर इस विवाद को सुलझाने की बात कही है।