संतकबीरनगर जिले के कोतवाली खलीलाबाद क्षेत्र में आने वाले मगहर रसूलपुर गांव में चार साल का मासूम अनिकेत 11 अगस्त 2017 को सुबह घर से खेलते समय अचानक गायब हो गया। इसके बाद अनिकेत की तलाश घरवालों के द्वारा की जाती है, लेकिन जब बहुत ढूंढने के बाद भी अनिकेत का कहीं पता नहीं चला। हार मानकर परिजनों ने मुकामी थाने पर मासूम अनिकेत की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। ठीक तीन दिन बाद यानी 14 अगस्त की दोपहर करीब नौ और 10 के बीच गांव के पास ही एक पोखरी में बोरे में बंद एक लाश मिलने की सूचना मिली।
सूचना के बाद मौके पर पहुंची मुकामी पुलिस ने जब बंद बोरे को निकलवाकर खोला गया तो उसमें चार साल के मासूम अनिकेत की लाश बरामद हुई। इसके बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई वहीं लाश मिलने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह सर में चोट बताई गई। पर पुलिस अभी भी मौत की वजह और हत्यारे से कोसों दूर थी।
पुलिस ने हार नहीं मानी और आखिरकार जब से पुलिस ने अनिकेत कात्याकाण्ड से पर्दा उठाया तो सभी हैरान रह गए। मासूम अनिकेत की हत्या करने वाला कोई बाहर का नहीं था, बल्कि उसके घर के पास का ही एक 65 वर्षीय बुज़ुर्ग टिकोरी सिंह निकला। जब पुलिस ने मौत की वजह बतायी तो सभी हैरान रह गए। पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी टिकोरी सिंह ने मासूम अनिकेत को महज़ इसलिए मौत के घाट उतार दिया की अनिकेत अक्सर बुजुर्ग के घर के सामने लगे अमरूद के पेड़ से अमरूद तोड़ा करता था।
इसको लेकर बुजुर्ग अनिकेत से चिढ़ता था। इसी बात को लेकर आरोपी बुजुर्गों ने मासूम अनिकेत की हत्या कर उसकी लाश को बोरे में बंद कर पोखरे में छिपा दिया। बताया ये भी जाता है मासूम अनिकेत आरोपी टिकोरी सिंह को अपना दादा मानता था और अमरूद तोड़ते वक्त अक्सर टिकोरी सिंह को दादा कहकर पुकारा करता था। पर जिस तरह से टिकोरी सिंह ने एक चार साल के मासूम की बेरहमी से हत्या कर दी।
पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने यह भी बताया कि आरोपी इसके पहले भी हत्या के केस में जेल काटकर हाई कोर्ट से बरी हुआ है। फिलहाल आरोपी के खिलाफ हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।
by NAJMUL HODA