बता दें कि सितम्बर 2019 में वाराणसी में एक हत्या को अंजाम देकर फरा हुए बदमाश झुन्ना पंडित को अक्तूबर महीने में पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसके वाराणसी कैंट थाना पुलिस ने कागजी कार्रवाई पूरी करते हुए उसे जिला जेल में बंद किया था। इसी तरह अभिषेक सिंह हनी को रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार किया था लेकिन पुलिस के वरिष्ट अधिकारियों को इस बात की जानकारी लगी की दोनों जेल में बैठकर अपना गैंग चला रहे हैं और शहर के लोगों से रंगदारी मांगने का काम कर रहे हैं।
इस सम्बंध में जिला जेल प्रशासन ने सरकार को रिपोर्ट भी भेजी थी। अब दोनो को अलग अलग जेलों में शिफ्ट करने का फैसला किया गया है। जेल के अधीक्षक पीके त्रिवेदी ने बताया कि झुन्ना और हनी को चित्रकूट और बागपत जेल में शिफ्ट करने संबंधी आदेश मिल गया है। जल्द ही दोनों को चित्रकूट और बागपत भेजा जाएगा।
मुन्ना बजरंगी के करीबियों में रहा है अभिषेक का नाम
बतादें की अभिषेक सिंह हनी को उसी जेल में शिफ्ट किया जा रहा है जहां उसके गुरु प्रेम प्रकाश सिंह मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या की गई थी। बताया जाता है की दुर्दांत अपराधी मुन्ना बजरंगी के लिए अभिषेक सिंह हनी काम करता रहा है। मुन्ना केरेलवे से जुड़े ठेके काम अभिषेक संभालता रहा है। गिरफ्तारी से पहले एक विधायक पर गाड़ी चढाने लो लेकर अभिषेक का नाम चर्चा में आया था। इससे पहले वो बागपत जेल में अपनी जान को खतरे की बात कह चुका है। हनी के खिलाफ वाराणसी के विभिन्न थानों में हत्या, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट सहित अन्य आपराधिक मामलों में कुल 23 मुकदमे दर्ज हैं।