वाराणसी. दस्तकारी और शिल्प कला वो भी बनारस की, इसकी कोई शान ही नहीं दुनिया में। इसका कोई विकल्प नहीं। ये काशी इन कलाओं से ही दुनिया के नक्शे पर हमेशा ध्रुव तारे की तरह चमकती रहती है। ये दस्तकार और शिल्पी परंपरागत रूप से अपने विशिष्ट अतिथि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए इस बार भी कुछ खास तैयार कर रहे हैं जो उन्हें 16 फरवरी को भेंट करेंगे।
IMAGE CREDIT: patrika बता दें कि प्रधानमंत्री और काशी के सांसद नरेंद्र मोदी 16 फरवरी को बनारस आ रहे हैं। ऐसे में दस्तकारों और शिल्पियों, बुनकरों वो भी महिला कलाकारों में खासा उत्साह है। कोई अंग वस्त्रम तैयार करने में जुटा है तो कोई खास स्मृति चिह्न। इसी कड़ी में लल्लापुरा निवासी डिजाइनर शादाब आलम की देखरेख में चंदापुर (लोहता) निवासी महिला दस्तकार अमीना बानों, पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रमुख विचार, ‘एकात्म मानववाद’ को जरदोजी की कला से रेशमी धागों से उकेर रही हैं तो डिजाइनर व शिल्पी राजकुमार शिंदे दीनदयाल उपाध्याय के चित्र व विचार को कार्विंग कर स्मृति चिन्ह तैयार कर र
IMAGE CREDIT: patrika बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर (टीएफसी) में आयोजित शिल्पियों के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री को भेंट करने के लिए चंदापुर की अफसाना और रुखसार बनारसी वस्त्र पर जरदोजी कला को निखारते हुए सीप, मोती और रेशमी धागों के प्रयोग से ओडीओपी का बेहद खूबसूरत अंगवस्त्रम तैयार कर रही हैं। इन दोनों की प्रबल इच्छा है कि प्रधानमंत्री इनके द्वारा तैयार अंगवस्त्रम को धारण करें।
ह्यूमन वेलफेयर एसोसिएशन के संस्थापक, व जीआई विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ रजनीकांत ने बताया कि यह पहला अवसर नहीं है जब प्रधानमंत्री को काशी के कलाकारों की कृति भेंट की जाएगी। वह प्रधानमंत्री बनने के बाद से जब-जब काशी आए तब-तब उन्हें अनुपम भेंट दिया गया और उन्होंने उसे सहर्ष स्वीकार भी किया है।