वाराणसी. माफिया से माननीय बने एमएलसी बृजेश सिंह के राइट हैंड कहे जाने वाले माफिया त्रिभुवन सिंह को सपा नेता सुधीर सिंह पर हुए जानलेवा हमले के मामले में वाराणसी की अदालत ने दोषमुक्त करार दिया है। बृजेश सिंह के धुर विरोधी माफिया मोख्तार अंसारी के करीबी सपा नेता सुधीर सिंह ने अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के मामले में बृजेश और त्रिभुवन के खिलाफ सात साल पहले लंका थाने में मुकदमा कायम कराया था।
गौरतलब है कि सपा नेता सुधीर सिंह का आवास लंका थाना क्षेत्र के साकेत नगर कालोनी में है। दो मार्च 2009 को सुधीर सिंह जब अपने लाव लश्कर संग घर लौट रहे थे तब साकेत नगर कालोनी में उनपर बदमाशों ने कई राउंड फायरिंग की थी। हमले में सुधीर सिंह बाल-बाल बच गए थे। सुधीर सिंह ने हमले के लिए बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह समेत अन्य को दोषी मानते हुए उन लोगों के खिलाफ लंका थाने में मुकदमा कायम कराया था।
अदालत में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने बाहुबली एमएलसी बृजेश सिंह को पहले ही बरी कर दिया था। पीलीभीत जेल में बंद माफिया डॉन त्रिभुवन सिंह पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार को अदालत में पेश हुआ। अदालत ने बहस के बाद साक्ष्य के अभाव में त्रिभुवन सिंह को भी बरी कर दिया।
बृजेश और त्रिभुवन सिंह के इस मामले में बरी होने से मुख्तार अंसारी खेमे को खासा झटका लगा है। बृजेश सिंह एक के बाद एककर मुकदमों से बरी होते जा रहे हैं, इस समय एमएलसी पर सिर्फ दो केस ही बचे हैं जबकि मोख्तार अंसारी के लिए भाजपा विधायक दिवंगत कृष्णानंद राय की हत्या का मामला गले की हड्डी बन गया है।