क्षत्रियों की राजनीति में राजा भैया को बड़ा स्थान है। बिना किसी दल के चुनाव जितने वाले राजा भैया की भूमिका अब बेहद महत्वपूर्ण हो गयी है। विधायकों की संख्या की बात करे तो बीजेपी के आठ प्रत्याशी आराम से राज्यसभा में पहुंच जायेंगे। इसके बाद भी बीजेपी ने 9 वां प्रत्याशी मैदान में उतार दिया है और सपा, बसपा व कांग्रेस के विधायकों को अपने तरफ करने में जुट गयी है। अखिलेश यादव व बसपा सुप्रीमो
मायावती के लिए यह चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है दोनों ही दलों के नेताओं ने अपने विधायक को एकजुट रखने के लिए सारी तैयारी कर ली है।
मुलायम सिंह यादव के खास माने जाने वाले राजा भैया से अखिलेश यादव ने फोन करके समर्थन मांगा है। सूत्रों की माने तो राजा भैया ने समर्थन देने की बात कही है। अधिकृत रुप से इस संदर्भ में अभी तक राजा भैया का कोई बयान सामने नहीं आया है। राजा भैया के पास दो से अधिक विधायकों का समर्थन है इसलिए उनका वोट बहुत कीमती हो गया है।
यह भी पढ़े:-अखिलेश यादव ने जानी बीजेपी की कमजोरी, ओमप्रकाश राजभर ने खेल दिया दांव
बीजेपी की बढ़ जायेगी परेशानीफूलपुर व गोरखपुर संसदीय सीट हार चुकी बीजेपी की मुश्किल बढ़ सकती है। बीजेपी को अधिक से अधिक प्रत्याशी को राज्यसभा भेजना है तो विरोधी खेमे के वोटों में सेंधमारी करनी होगी। बीजेपी के नरेश अग्रवाल के बेटे के साथ बाहुबली विधायक विजय मिश्रा का वोट मिलेगा। यह वोट पहले सपा या बसपा को मिल सकता था लेकिन अब इन वोटों पर बीजेपी को कब्जा हो जायेगा। राजा भैया व उनके खास विधायकों को वोट नहीं मिलने से भगवा दल परेशान है। सूत्रों की माने तो राजा भैया को अपने पक्ष में करने के लिए बीजेपी लगी हुई है यदि अखिलेश यादव से वार्ता होने के बाद भी राजा भैया का वोट बीजेपी को मिलता है तो बीजेपी को नौवा प्रत्याशी भी राज्यसभा में पहुंच जायेगा।
यह भी पढ़े:-गोरखपुर में मिली हार के बाद पीएम मोदी ने सीएम योगी को दिया तगड़ा झटका, चहेते अधिकारी को प्रदेश से बाहर भेजा