इस अवसर पर लोगों ने रैली निकालकर बाल विवाह पर रोक लगाओ चुप नही रहना है हिंसा नही सहना है कन्या भ्रूण हत्या बन्द करो नही किसी का हो अपमान महिला पुरुष एक समान हिन्दू हो या मुसलमान सबसे पहले है इन्सान दहेज लेना देना बन्द करो बाल मजदूरी पर रोक लगाओ आदि नारे लगाये और गाँव में आपस अमनचैन भाईचारे के साथ हिंसामुक्त गाँव बनाने का संकल्प लिया। अनोखे अंदाज में जलाये गए रावण के पुतला दहन को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ एकत्र हुई।
इस अवसर पर लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने बताया कि गाँव में इस बार रावण को समाज मे फैली कई बुराइयों के प्रतीक के रूप में जलाया गया। जहाँ रावण को नारी का शोषण करने वाले रावण के रूप में जलाया गया तो वही दूसरी तरफ गाँव में गंदगी फैलाने वाली बुरी आदत को छोड़ने के प्रण के साथ जलाया गया। गाँव के लोगों ने इस बार रावण को नारी का शोषण करने वाले राक्षस के रूप मे जलाया और साथ ही लोगों को नारी का सम्मान करने का संदेश भी दिया गया।
इस अवसर पर लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ग्रामप्रधान पारस राजभर सुनील गौड़ विवेक विमल पंकज जंगबहादुर सुरेश दीपक आलोक लक्ष्मन धर्मेन्द्र राहुल प्रदीप मनीष अनीस जगदीश बिहारी श्यामसुन्दर कलावती गुलाब आदि लोग शामिल रहे।