डीसीपी काशी जोन रामसेवक गौतम ने इस घटना के बाबत बताया कि सर्विलांस, फील्ड यूनिट के साक्ष्यों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह साफ हुआ कि अफजल खान की हत्या हुई है। उसके बाद रामनगर इंस्पेक्टर अश्वनी पांडेय ने मुखबिर की सूचना पर राजघाट पुल से चौक थाने के हिस्ट्रीशीटर भुलेटन चौक निवासी मेराज और नई सड़क दशाश्वमेघ घाट निवासी अमन उर्फ अरसद को गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार दोनों युवकों ने स्वीकार किया कि पैसे की लेन-देन के मामल में 19 जनवरी को रामनगर दुर्गा मंदिर पोखरे की सीढ़ियों पर बिठकर शराब पिलाने के बाद पत्थर से सिर लड़ाकर मौत के घाट उतार दिया गया था।
डीसीपी काशी जोन ने बताया कि मेराज चौक थाने का हिस्ट्रीशीटर है। इससे पूर्व भी वह आर्म्स एक्ट और नशे की सामग्री के साथ एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है। उसके ऊपर हत्या के प्रयास, लूट के भी मुकदमे दर्ज है। मेराज पर कुल 16 अभियोग पंजीकृत है। पुलिस इस बार मजबूत साक्ष्य संकलन कर चार्जशीट कोर्ट में पेश करेगी और आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाएगी।