पीड़ित ने पुलिस आयुक्त से मिलकर लगाई गुहार
पीड़ित महिला अफसर ने पुलिस आयुक्त से मिलकर गुहार लगाई थी कि लेह में तैनाती के दौरान उसकी दोस्ती आरोपी से हुई थी। एक ही जाति का होने के कारण देवाशीष ने उसके सामने विवाह का प्रस्ताव रखा। महिला ने परिवार वालों से बातचीत कर उसे स्वीकार कर लिया। पीड़िता ने बताया कि 21 सितंबर को देवाशीष ने प्लेन का टिकट बुक कराकर मां से मिलने के लिए वाराणसी बुलाया। महिला लेफ्टिनेंट के ठहरने का इंतजाम उसने अपने घर पर ही किया।
रात में किया दुष्कर्म
महिला ने बताया कि आरोपी रात को उसके कमरे में आया। शादी का हवाला देकर जबरन अप्राकृतिक संबंध बनाए। पीड़िता ने आरोप लगाया कि आरोपी समलैंगिक चरित्र का है। अगले दिन ही उसकी मां दहेज मांगने लगी। मां ने दहेज में 80 लाख का घर और बारात का खर्चा उठाने की बात कही। जब पीड़ित महिला ने इनकार किया तो दोनों ने उसके साथ हाथापाई की। वहीं पुलिस से शिकायत की बात कही तो माफी मांग कर मामला रफा-दफा कर दिया।
दूसरी रात फिर किया दुष्कर्म
महिला के अनुसार अगली रात फिर आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। जिसके बाद सुबह उसकी मां ने गाली गलौज करना शुरू कर दिया। उसे चाकू लेकर मारने के लिए दौड़ा लिया। किसी तरह पीड़िता ने खुद को कमरे में बंद कर अपनी जान बचाई। इसके बाद आरोपी ने मंदिर में जाकर उसके साथ शादी कर ली।
आशिर्वाद लेने गई तो सास ने मांगे 80 लाख
शादी के बाद जब दोनों आशीर्वाद लेने गए तो उसकी मां ने 80 लाख रुपए की मांग रखी। पैसा ना देने पर शादी नहीं मानने की बात कही। जब दोनों वापस लेह यूनिट गए तो आरोपी का व्यवहार बदल गया। रजिस्टर्ड शादी के नाम पर वह भी 80 लाख रुपए और मां से माफी मांगने की बात कहने लगा।