बस्सी. राजस्थान राज्य सहकारी क्रय विक्रय संघ लि. ने समर्थन मूल्य पर चना व सरसों की खरीद के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है। अब 10 अप्रेल यानि गुरुवार से समर्थन मूल्य पर चना व सरसों की खरीद शुरू हो जाएगी। हालांकि जहां-जहां समर्थन मूल्य केन्द्र बनाए है, वहां पर संस्थाओं ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। अबकी बार समर्थन मूल्य खरीद केन्द्र पर वीडियोग्राफी कराई जाएगी, ताकि बाद में कोई दिक्कत नहीं आए। गाइडलाइन में स्पष्ट लिखा है कि कई बार कई किसान शिकायत कर देते हैं कि उनका माल खरीदा ही नहीं गया, जबकि माल तुल चुका है।
इस प्रकार की शिकायतों को रोकने के लिए खरीद केन्द्रों पर वीडियोग्राफी कराई जाएगी, ताकि पारदर्शिता बनी रहे। राजस्थान पत्रिका के 5 अप्रेल के अंक में मण्डी में चना – सरसों की बम्पर आवक, समर्थन मूल्य की नहीं आई गाइडलाइन शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई थी, इसके बाद मंगलवार को राजस्थान राज्य सहकारी क्रय विक्रय संघ लि. ने गाइडलाइन जारी कर दी है। 90 दिन तक होगी खरीद राजस्थान राज्य सहकारी क्रय विक्रय संघ लि. की ओर से जारी गाइड लाइन में निर्देश दिए हैं कि समर्थन मूल्य पर चना व सरसों की खरीद के लिए 1 अप्रेल 2025 से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू करा दी थी, अब 10 अप्रेल से किसानों का चना व सरसों खरीदना शुरू कर दिया जाएगा। यह खरीद 10 अप्रेल से 90 दिन तक चलेगी। चना-सरसों का समर्थन मूल्य भाव इस बार सरकार ने चना व सरसों के भाव पिछली बार से बढ़ाए हैं। इस बार सरकार चना 5650 रुपए प्रति क्विंटल एवं सरसों 5950 रुपए प्रति क्विंटल खरीदेगी।
हालांकि अभी मण्डियों में भी कमोबेश यही भाव चल रहे हैं। ऐसे में जब तक मण्डियों में भाव गिरेंगे नहीं तब तक समर्थन मूल्य पर चना व सरसों की आवक कम होने की सम्भावना है। देरी, फिर भी कम आएगा जिंस रबी की फसलों में सबसे पहले सरसों की फसल तैयार होती है। इसके बाद जौ, फिर चना व सबसे बाद में गेहूं की फसल तैयार होती है। सरकार द्वारा गेहूं की फसल जो सबसे बाद में तैयार होती है, उसको तो पहले खरीदा जाता है और जो फसल यानि सरसों सबसे पहले तैयार होती है, उसकी खरीद सबसे बाद में की जाती है।
अब किसान को रबी की फसलों में उधार लिया गया रुपया चुकाना होता है एवं अन्य भी खर्चे होते हें, ऐसे में वह जैसे-जैसे फसल तैयार होती है, उसको बेच कर अपना कर्ज चुकाता जाता है। यह बड़ा कारण है कि यदि सरसों की खरीद सबसे पहले एवं चना व गेहूं की एक साथ करा दी जाए तो किसानों को फायदा हो सकता है। ये दस्तावेज लेकर जाना होगा चना या सरसों को समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए किसान को रजिस्ट्रेशन कराने के बाद जिंस लेकर जाते वक्त अपने साथ जन आधार कार्ड, आधार कार्ड, गिरदावरी की मूल नकल, बैंक पास बुक की प्रति, बटाईदार की िस्थति में बंटाईदार का मूल अनुबंध साथ लेकर जाना होगा। (कासं.)