राजधानी जयपुर से सटे नींदड़ में किसानों का 14 दिन से चल रहा जमीन समाधि सत्याग्रह बेअसर रहा है। 101 किसान जमीन समाधि सत्याग्रह कर रहे हैं। इनमें से 41 महिला किसान है। जयपुर विकास प्राधिकरण और राज्य सरकार के प्रति आक्रोश से भरे किसान अब जमीन समाधि सत्याग्रह की बजाय आमरण अनशन की राह अपनाने जा रहे हैं। किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि शुक्रवार शाम तक सरकार नींदड़ के किसानों की मांग पर कोई ध्यान नहीं देती है, तो शनिवार से 5 किसान आमरण अनशन पर बैठेंगे। यही नहीं किसान महापंचायत बुलाई जाएगी। किसान महापंचायत में हजारों की तादाद में किसान जमीन समाधि सत्याग्रह पर बैठने का निर्णय लेंगे।
अब देखना ये है कि जेडीए और राज्य सरकार के आश्वासनों से कई बार ठगे गए किसान किस तरह से आंदोलन को आगे बढ़ाते हैं। साथ ही ये देखना भी दिलचस्प रहेगा कि किसान हितैषी होने का दावा करने वाली सरकार धरती पुत्रों की आवाज कब सुनेगी।