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विदिशा में अवैध कॉलोनियों के 60 प्रकरण, जिले में 150 से ज्यादा

कमिश्नर के निर्देश पर पड़ताल में हकीकत आई सामने

विदिशाMar 03, 2021 / 09:02 pm

govind saxena

विदिशा में अवैध कॉलोनियों के 60 प्रकरण, जिले में 150 से ज्यादा

विदिशा में अवैध कॉलोनियों के 60 प्रकरण, जिले में 150 से ज्यादा

विदिशा. शहर में चौतरफा अवैध कॉलोनियों का जाल सा बिछ रहा है, ग्रामीण इलाकों में भी इसका नेटवर्क पहुंच चुका है। वर्षों से ये कारोबार चल रहा है, न कोई डायवर्सन, न कोई लायसेंस, न कोई अनुमति और न ही टाउन एंड कंट्री प्लानिंग का कोई अनुमोदन। जहां चाहा, वहां नाले किनारे या खेतों का खत्म कर मुरम डालकर रोड दिखाई और चूना डालकर बिकने लगे प्लॉट। इस गोरखधंधे पर नकेल कसने के लिए कमिश्नर कवींद्र कियावत ने करीब एक माह पहले बैठक में सख्त निर्देश दिए थे। उसके बाद शुरू हुई पड़ताल में जिले में अब तक करीब 150 अवैध कॉलोनियां चिन्हित हुई हैं, इनमें से 60 तो केवल विदिशा तहसील में ही हैं।
कहां कितनी अवैध कॉलोनी चिन्हित
विदिशा 60
गंजबासौदा 19
सिरोंज 29
कुरवाई 06
लटेरी 05
शमशाबाद 03


अब आगे क्या…
अवैध कॉलोनियों के प्रकरण में दो बार कॉलोनाइजर को सूचना जारी कर जवाब मांगा जाएगा। जवाब न मिलने या संतोषजनक न मिलने पर अधिनियम के तहत कॉलोनाइजर के खिलाफ पुलिस प्रकरण दर्ज होगा। प्लॉटों की बिक्री पर प्रशासन रोक लगाएगा और यहां तक भी संभव है कि शासन के पक्ष में अवैध कॉलोनी की जमीन भी राजसात कर ली जाए। अभी कलेक्टर के पास 122 से ज्यादा प्रकरण अवैध कॉलोनियों के हैं, जबकि 20 से ज्यादा की और सूची अनुविभाग स्तर पर तैयार हो चुकी है।
लुभावने ऑफर और कम दाम का झांसा
अवैध कॉलोनियों को काटने वाले बिना अनुमतियों और लायसेंस आदि के नाले किनारों अथवा खेतों की जमीन सस्ते दामों पर लेकर उसका पुराव कराने के साथ ही तमाम अनुमतियों को दरकिनार कर वहां कॉलोनियों का गोरखधंधा शुरू कर देते है। इन्हीं कॉलोनियों में वे प्लॉट काटकर या बंगले, सिंगलेक्स-डुप्लेक्स बनाकर बेचते हैं। कॉलोनियों के बारे में लुभावने ऑफर और कम तथा छोटी किश्तों में दाम चुकाने का ऑफर देकर वे लोगों को आकर्षित करते हैं, ऐसे में बहुत से लोग भी झांसे में आकर अपनी जीवन भर की कमाई फंसा देते हैं।

बाद में ये होती हैं परेशानियां
बिना डायवर्सन, अनुमतियों और लायसेंस के ही जो कॉलोनाइजर कॉलोनी काटकर प्लॉट बेंच देते हैं, उनके खरीददारों को वर्षों तक तमाम परेशानियों से जूझना पड़ता है। वहां प्लॉट बिकते ही कॉलोनाइजर को ढूंढना भी मुश्किल होता है, फिर बिजली, पानी, सडक़, नाली और बारिश के पानी के भराव की समस्या से जूझते हुए लोग वर्षों तक नर्क के समान जिंदगी भोगते रहते हैं। प्रशासन के पास भी यही जवाब रहता है कि कॉलोनी अवैध है, उसमें प्लॉट क्यों लिया था। इसलिए जरूरी है कि जांच परखकर ही अपना पैसा फंसाएं और बाद की परेशानियों से बचें।

संभाग की टीम मौके पर देखेगी गोरखधंधा
कमिश्नर कियावत ने राजस्व अधिकारियों की बैठक लेते हुए उन्हें अवैध कॉलोनियों के मामले में पूरी पड़ताल करने और सख्ती से कार्रवाई के लिए निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि संभाग स्तर पर एक निगरानी टीम भी इसके लिए बनाई जा रही है, जो कभी भी आकर आपके क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों का कच्चा चि_ा मौके पर जाकर देख सकती है। यदि अवैध पाई गई अथवा उसमें प्रावधानों के अनुरूप विकास नहीं दिखा तो इसके लिए एसडीएम जिम्मेदार होंगे और फिर एसडीएम पर कार्रवाई होगी। इसलिए उन्होंने एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों की सूची तैयार कर कलेक्टर को देने को कहा था। यह सूची कमिश्नर के पास भी भेजी गई है।

विदिशा में कहां-कितनी अवैध कॉलोनी
टीलाखेड़ी-08
बैसनगर- 06
विदिशा-07
दौलतपुरा-05
तमोरिया-04
डाबर-05
हसनाबाद-05
कराखेड़ी- 02
बेरखेड़ी बिरसा-02
बागरी-01
ढोलखेड़ी-01
शेरपुर मुंजा-02
धतूरिया हवेली-03


वर्जन…
अवैध कॉलोनियों का सर्वे कराया है। सभी तहसीलों से नगरी क्षेत्र की जानकारी आती जा रही है। कई लोगों को नोटिस जारी किए हैं। सुनवाई का मौका देंगे, उनके पास वैध दस्तावेज हुए तो ठीक है, अन्यथा कार्रवाई होगी। एफआइआर भी हो सकती है।
-डॉ. पंकज जैन, कलेक्टर विदिशा
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