ब्लॉक के 302 गांवों में से 150 से अधिक गांवों में क्षति पत्रक पटवारियों द्वारा जमा कर दिए गए हैं। शेष गांवों के क्षतिपत्रक मंगलवार तक जमा करने के निर्देश एसडीएम संजय जैन ने पटवारियों को दिए हैं। उन्होंने तहसीलदार, नायब तहसीलदार, आरआई और पटवारियों को यह कार्य बहुत गंभीरता से करने के लिए कहा है।
काम को करवाया जा रहा
सभी गांव के क्षति पत्रक जमा हो जाने के बाद राशि के मांगपत्र जिला कार्यालय को भेजा जाएगा। इसके बाद सीधे किसानों के खातों में राशि डालने की प्रक्रिया शुरु होगी। एसडीएम के द्वारा पहले आंकलित रूप से 53 करोड़ रुपए की राशि का मांग पत्र भेजा गया था, लेकिन नुकसान की सही रिर्पोट उस समय नहीं आ पाई थी। शासन ने नुकसान की वास्तविक रिर्पोट मांगी है। जिसके चलते विगत दिनों प्रशासन द्वारा सख्ती से इस काम को करवाया जा रहा है।
नुकसान होना प्रशासन ने माना
रविवार को अवकाश के दिन भी काम चलता रहा। जिसमें उड़द, मूंग में शत-प्रतिशत नुकसान होना सामने आया है। वहीं सोयाबीन में 35 प्रतिशत से लेकर 50 प्रतिशत तक नुकसान होना प्रशासन ने माना है। उसके लिए राजस्व विभाग एवं कृषि विभाग के संयुक्त दल द्वारा गांवों में जाकर नुकसान की रिर्पोट दी थी। वही किसानों का कहना है कि सोयाबीन में कई गांवों में शत-प्रतिशत नुकसान हुआ है।
काम पूर्ण हो जाएगा
मंगलवार तक छत्ती पात्रक बनाने का काम पूर्ण हो जाएगा। उसके बाद एसडीएम के द्वारा नुकसान की फाइनल रिर्पोट बनाकर कलेक्टर को भेजी जाएगी। फिर वहीं से राशि का आवंटन होगा। एसडीएम ने सभी खातेदार किसानों से कहा है कि वे अपना बैंक खाता नम्बर और आईएफसी कोड संबंधित पटवारी के पास जमा कर दें। जिससे उनके खातों में राशि डालने में समय न लगे।