mp.patrika.com मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जन्म दिवस (5 मार्च) के मौके पर बता रहा है उनसे जुड़े रोचक किस्से…।
आज भी पहुंचाते हैं किराया
नगर के शेरपुरा क्षेत्र में मुन्नालाल जैन का मकान है। जैन साहब शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी हैं। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज भी उन्हें 4000 रुपए किराया भिजवाते हैं। सीएम के पास यह मकान 1992 से किराए पर है। वे इस मकान में तब से रह रहे हैं, जब वे पहली बार लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने थे। स्टेशन से इंजीनियरिंग संस्थान एसएटीआई को सीधे जोडऩे वाली यह मकान मौजूद है। शिवराज का यह मकान पहले इंजीनियरिंग विद्यार्थियों की गतिविधियों के लिए जाना जाता था, लेकिन अब यह राजनैतिक गतिविधियों का भी सक्रिय क्षेत्र माना जाता है। लोग इस भवन को CM HOUSE भी कहते हैं।
आज भी ठहरते हैं
शिवराज का जब भी विदिशा आना होता है तो शेरपुरा का यही सीएम हाउस उनके ठहरने और विश्राम का स्थान बनता है। यहीं पर वे अपने मित्रों और राजनीतिक लोगों से मुलाकात करते हैं।
(यह है विदिशा के जैन साहब का मकान, जहां कभी CMशिवराज सिंह चौहान रहते थे।)
क्या है सीएम हाउस के पीछे की कहानी
बात 1991 की है जब तत्कालीन सांसद अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा विदिशा लोकसभा सीट से त्याग-पत्र दे दिया था, तभी सबसे पहले शिवराज यहां से उपचुनाव लड़े थे। वे काफी मतों से जीते भी थे। जीत के दौरान ही वे स्वर्णकार कॉलोनी में छोटा-सा मकान लेकर रहने लगे, लेकिन सांसद बनने के बाद लोगों की भीड़, आना-जाना उनके निवास पर लगने लगा था, भवन भी छोटा पड़ने लगा था।
इस बीच उन्होंने नए भवन की तलाश की तो चौहान को जानकारी मिली तो उन्होंने शहर के चर्चित वकील शिखरचंद जैन (व्यापार महासंघ के मौजूदा अध्यक्ष मुन्नाभैया के पिता) से संपर्क किया। जैन का शेरपुरा स्थित दो मंजिला भवन उस समय खाली था। उसे किराए पर देने के लिए चौहान ने आग्रह किया और जैन ने सहर्ष भवन किराए पर उन्हें दे दिया। तब से आज तक विदिशा में चौहान से संबंधित सारी राजनैतिक और पारिवारिक कार्यक्रम यहीं से शुरू होते हैं।
यहीं से बने थे पांव-पांव वाले भैया
जब शिवराज सिंह सांसद थे, तो उस समय केन्द्र में कांग्रेस की सरकार थी। इसलिए संसदीय क्षेत्र में केन्द्र के खिलाफ बिगुल बजाए रखने और अपनी पहचान बनाने के लिए वे लगातार दौरा करते रहे। ये दौरे भी कोई गाड़ी-घोड़े से नहीं होते थे। उन्होंने कई बार विभिन्न मुद्दों पर संसदीय क्षेत्र की पदयात्राएं की थी। यही कारण है कि वे पूरे विदिशा संसदीय क्षेत्र में पांव-पांव वाले भैया के नाम से चर्चित हो गए।
व्यापार महासंघ अध्यक्ष मुन्नालाल जैन बताते हैं कि शिवराज सिंह वर्षों से हमारे किराएदार हैं। लेकिन, अब हमारे संबंध मकान मालिक और किराएदार के नहीं है, बल्कि पारिवारिक हो गए हैं। उन्होंने सांसद के रूप में यह भवन किराए पर लिया था, लेकिन यहीं रहकर भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, बीजपा के महासचिव, प्रदेश अध्यक्ष और अब 12 साल से भी अधिक समय से मुख्यमंत्री हैं।