नागरिक पिछले काफी लंबे समय से इस रैंप के निर्माण की मांग कर हैं लेकिन नागरिकों की मांग पूरी नहीं हो पा रही है। इस रैंप को पार करने के बाद ही नागरिक बेतोली फाटक के उस पार डिपो तक पहुंच पाते हैं। चार पहिया वाहनों का तो इस रैंप के कारण मुश्किल हो गया है। न तो नपा इस रैंप को बनवा रही है और न ही रेलवे। दोनों की सीमाओं के विवाद के चलते यह रैंप और सड़क का काम अटका हुआ है। नागरिकों ने मांग की है कि सड़क और रैंप को शीघ्र बनवाया जाए।
सड़क बनी शहरवासियों को मुसीबत, हो रही परेशानी
विदिशा स्टेशन से लेकर सिरोंज चौराहे तक जो सड़क का निर्माण चल रहा है। वह सड़क निर्माण शहरवासियों व व्यापारियों के लिए मुसीबत बना है। सुबह होते ही बिजली गुल हो जाती है और देर शाम तक बिजली चालू होती है। जिसके चलते दिनभर व्यापारियों का व्यापार भी प्रभावित होता है।
सड़क निर्माण के चलते बीच में जो बिजली के खंभे आ रहे हैं उनको दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है। जिसके चलते लगातार शहर की बिजली सुबह से लेकर शाम तक बंद रहती है। साथ ही सड़क की आड़ में कई अन्य जगहों की भी बिजली विभाग के अधिकारी गायब करा देते हैं। पिछले कई दिनों से बिजली क्षेत्र में गायब रहती है और शाम 6 बजे के बाद ही बिजली शुरू होती है।
नागरिकों का कहना है कि स्टेशन क्षेत्र में काम चल रहा है तो सावरकर चौक क्षेत्र की बिजली विभाग क्यों गायब करता है। जब इस संबंध में विद्युत विभाग के एई प्रभात पांडे से संपर्क किया तो उनका कहना था कि लाईन एक ही है और 26 तारीख तक पूरा काम निपटा दिया जाएगा।