ज्ञापन में महिलाओं ने कहा कि आज महिलाएं और बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। हैवानों द्वारा मासूम बच्चियों के साथ तक बलात्कार कर उनकी हत्याएं की जा रही हैं। जिससे महिलाएं और युवतियां दहशत में हैं। इसलिए ऐसा कानून बनाया जाए जिससे महिलाओं और बेटियों के साथ कुछ भी बुरा करने के पूर्व आरोपी कई बार सोचें और इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लग सके।
इस दौरान महिलाओं ने देश की बेटी को न्याय दिलाओ, दरिंदों को खुलेआम फांसी दिलाओं के नारे लगाए। ज्ञापन सौंपने वालों में समाज की महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रश्मि चंदेल, कार्यकारी जिलाध्यक्ष अराधना राजपूत, मंजू राजपूत, कल्पना पंवार, संध्या राठौर, मोना राजपूत, ऊषा, इंदू, मिथलेश, राशि प्रभासिंह, अलका राजपूत, सरिता चंदेल, रंजना राठौर, सीमा भदौरिया, सुपर्णा राजपूत और सीमा भदौरिया आदि समाज की महिलाएं मौजूद रहीं।
आए दिन हो रही घटनाएं
महिलाओं ने प्रशासन को बताया कि देश में कहीं न कहीं प्रतिदिन महिलाओं, युवतियों और यहां तक कि मासूम बच्चियों के साथ बलात्कार कर उनकी हत्याएं करने के मामले सामने आ रहे हैं और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हो पाने के कारण आरोपियों के हौसले बुलंद हैं और वे इन घटनाओं को एक के बाद एक अंजाम देते रहते हैं और कानून तथा प्रशासन मौन रहता है। इसलिए अब तो ऐसा कानून बनना चाहिए जिससे इस तरह की घटनाओं पर पूरी तरह अंकुश लग सके। महिलाओं ने जय हिंदु, जय भवानी और जय जय राजपूताना के नारे लगाए।