शहर के अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में पहुंच रही इस जय जगत यात्रा में 15 विदेशी भी शामिल हैं। ये सब महात्मा गांधी और उनके संदेशों से बहुत प्रभावित हैं और लगातार उनके संदेश को दुनियां में फैलाने के मिशन पर हैं।
शहर के महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जिल कार्ट हैरिस को यूं हिन्दी में भाषण देते देख सब लोग आश्चर्यचकित थे। वे बोलीं कि हमें बहुत लम्बी यात्रा करना है।
हम बापू के 150वें जन्मदिन पर उनके संदेशों को दुनियां में फैलाने निकले हैं। हम चाहते हंै कि भारत और दुनियां से गरीबी दूर हो, असमानता खत्म हो, अहिंसा कायम हो और पर्यावरण स्वच्छ बने। वे बोलीं कि हिंसा का रास्ता छोड़ दें, अहिंसा से ही हिंसा को रोका जा सकता है।
विधायक शशांक भार्गव ने कहा कि राष्ट्रपिता का संदेश लेकर आई ये जय जगत यात्रा विश्व शांति के लिए है। बापू की अहिंसा ने ही भारत को आजादी दिलाई थी। बा यानी कस्तूरबा गांधी भी उनके साथ जेलों में रहीं और यातनाएं भोगीं।
जवाहर लाल नेहरू सबसे ज्यादा जेलों में रहे जबकि इंदिरा गांधी ने सबसे पहले गरीबी हटाओ का नारा भारत को दिया। जय जगत यात्रा के पदयात्री योगेश कुमार ने कहा कि हम 50 लोग सबके सुख के वास्ते 11 हजार किमी की पदयात्रा पर निकले हैं।
जय जगत यात्रा दुनियां में प्रेम के बीज बोने के लिए आई है। इस यात्रा में 15 विदेशी भी शामिल हैं, जिनमें से 7 पदयात्री फ्रांस के हैं। यह यात्रा 10 देशों में गांव-गांव- शहर-शहर से गुजरकर शांति और अहिंसा का संदेश देगी। इस अवसर पर छात्राओं को जय जगत यात्रा के पदयात्री सन्नी कुमार ने भी संबोधित किया।
जय जगत यात्रा का स्वागत प्राचार्य लिलि जैन ने किया। कार्यक्रम का संचालन बलबीर तोमर ने किया। इस दौरान एमएलबी स्कूल का स्टॉफ और बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद थीं। इससे पहले जय जगत यात्रा वात्सल्य स्कूल, साकेत शिशु रंजन, साकेत एमजीएम, जैन महाविद्यालय भी पहुंची।