एसपी विनायक वर्मा ने प्रेसवार्ता में बताया कि चुनाव को ध्यान में रखते हुए शराब के अवैध परिवहन और खरीद-फरोख्त पर नजर रखने के लिए क्राइम ब्रांच प्रभारी बीडी वीरा को निर्देशित किया था। इसी तारतम्य में 28 अप्रैल की सुबह 4.30 बजे मुखबिर से सूचना मिली कि विदिशा बायपास पर कालापाठा जोड़ पर खाली मैदान में एक लोकल शराब डीलर शेरपुरा निवासी देवी ङ्क्षसह कुचबंदिया ने बाहर से स्प्रिट शराब के टेंकर को बुलवाया है। ड्रम भरवाए जा रहे हैं। ड्रमों में अवैध शराब भरी जा रही है और उसे कीं और ले जाने के लिए वाहन का इंतजार हो रहा है।
मुखबिर की सूचना पर एसपी ने एएसपी केएल बंजारे और क्राइम ब्रांच प्रभारी बीडी वीरा को तत्काल मौके पर पहुंचकर कार्रवाई को कहा। वीरा सिविल लाइन थाना प्रभारी राजेश सिन्हा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वहां पुलिया के पास खाई में एक टेंकर खड़ा था। पुलिस ने घेराबंदी कर तीन लोगों को पकड़ा। इन तीन लोगों में चाचाखेड़ी आष्टा निवासी 28 वर्षीय पप्पू ठाकुर और 50 वर्षीय सौदान सिंह ठाकुर के अलावा घाटा बिल्लौद पीथमपुर जिला धार निवासी 44 वर्षीय कमलेश ठाकुर शामिल हैं।
पुलिस को आरोपियों के पास से 200-200 लीटर के चार ड्रम में स्प्रिट शराब अवैध रूप से भरी हुई मिली। एक टेंकर भी मिला जिसमें करीब 22 हजार लीटर शराब बनाने वाली स्प्रिट मिली। आरोपियों के पास से एक कार भी मिली जिसमें 50-50 लीटर की तीन कैन में अवैध शराब नाने वाली स्प्रिट तथा टेंकर से ड्रमों में भरने वाला नोजल पाइपभी पुलिस ने बरामद किया।
मौके से तीन बदमाश और शेरपुरा निवासी देवीसिंह कुचबंदिया, कुरावर राजगढ़ का अनिल कंजर, रतलाम का नाना मोंगिया अंधेरे का लाभ उठाकर भागने में सफल हो गए। एक बोतल स्प्रिट से बनती है 10 बोतल शराब
एसपी वर्मा ने बताया कि यह शराब धार से लाई जा रही थी, उसके पास बालाघाट ले जाने का परमिट था, लेकिन अवैध रूप से यह विदिशा में खाली की जा रही थी। यह स्प्रिट उच्च क्वालिटी की है। इसकी एक बोतल से 10 बोतल देशी/विदेशी शराब बनाई जा सकती है। यानी जितनी स्प्रिट पकड़ाई है उससे इसकी दस गुना शराब बनाई जा सकती है। पकड़ी गई शराब, टेंकर और कार की कीमत मिलाकर करीब 1 करोड़ 32 लाख रुपए आंकी गइ्र्र है।
क्राइम ब्रांच प्रभारी बीडी वीरा ने कम समय में यह तीसरी बड़ी सफलता हासिल की है। पहले उनके नेतृत्व में बड़ी संख्या में कट्टे और तलवारें, फिर 70 लाख की चरस और गांजा और अब करीब 1 करोड़ 10 लाख की अवैध स्प्रिट शराब पकड़ी गई है। एसपी विनायक वर्मा ने बताया कि उन्होंने वीरा के लिए मप्र पुलिस के महत्वपूर्ण रूस्तमजी अवार्ड की अनुशंसा की है। इस अवैध स्प्रिट शराब पकडऩे में जिस टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उसमें टीआई राजेश सिन्हा, एसआई गिरीश त्रिपाठी, अर्चना चौहान, रचना मिश्रा, अभिरुचि कनौजिया के अलावा पवन जैन, कुलदीप चतुर्वेदी, राकेश, राजेश रघुवंशी, महेश तिवारी, भानू पाठक, रोहित रैकवार, सुनील दुबे और केशवदास शामिल हैं।