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विदिशा

वर्षों से जमे शिक्षकों को गांव के स्कूलों में पहुंचाने की तैयारी

जिले में 559 शिक्षक हैं अतिशेष

विदिशाNov 16, 2019 / 11:42 pm

Krishna singh

Teachers will be transferred in village schools

Teachers will be transferred in village schools

विदिशा. शिक्षा विभाग ने जिले के स्कूलों में अतिशेष शिक्षकों को अब ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में भेजने की तैयारी कर ली है। इससे जिले के शहरी व शहर के आसपास के क्षेत्रों में वर्षों से जमें शिक्षको को अब गांव के स्कूलों में पहुंचना पड़ सकता है। मालूम हो कि अतिशेष शिक्षकों के स्थानांतरण की तैयारी हर वर्ष की जाती रही लेकिन शिक्षकों के विरोध व अन्य उपाय अपनाने से शिक्षकों के तबादले रुकते आए हैं। इस बार भी इस तबादले प्रक्रिया को लेकर शिक्षक संघ अपना विरोध जता चुके हैं। प्रभारी मंत्री सहित जिला प्रशासन, जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंप चुके, लेकिन इस बार शिक्षा विभाग पूरी तैयारी में है। वहीं स्थानांतरण संबंधी हाल ही में शासन से आए आदेश से शिक्षा विभाग अब तबादले का रास्ता और आसान मान रहा है।
559 शिक्षक अतिशेष
शिक्षकों की पूर्ति के लिए अब शिक्षा विभाग के पास अतिशेष शिक्षक ही विकल्प है और शिक्षा विभाग पिछले दो माह से इस प्रक्रिया को पूरा करने में व्यस्त था। स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या कम और शिक्षक अधिक ऐसे स्कूलों की जानकारी निकालने के बाद अतिशेष शिक्षकों की सूची तैयार हुई जिसमें इस तरह के शिक्षकों की संख्या करीब 700 आई। इसके लिए शिक्षकों से दावे-आपत्तियां बुलाईगई। इसके बाद अतिशेष शिक्षकों की संख्या 559 होना सामने आया। अब इनके तबादले की तैयारी जिला शिक्षा विभाग द्वारा शुरू कर दी गई है।
यह बनेगी नौबत
इन तबादलों में कईशिक्षक संघों के पदाधिकारी भी घेरे में है इससे माना जा रहा है कि तबादलों के विरोध में आंदोलन होने, शिक्षकों के अवकाश पर चले जाने एवं न्यायालय की शरण लेने जैसी नौबत भी बनेगी और इस सभी का असर शिक्षण कार्यपर पड़ेगा।
358 शिक्षकों की कमी
पू र्व में ऑन लाइन तबादले की प्रक्रिया भी हुईथी। इसमें जितने शिक्षक जिले से बाहर गए उस संख्या में शिक्षक अन्य जिलों से विदिशा में नहीं आ सके। फलस्वरूप कई स्कूलों में शिक्षकों के पद पहले से अधिक रिक्त हो गए। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस ऑन लाइन तबादले में जिले से 665 शिक्षक अपनी मनचाही जगह पर स्थानांतरित हुए जबकि आने वाले शिक्षकों की संख्या मात्र 358 रह गई। इससे जिले के कईस्कूलों में शिक्षकों की कमी हो गई। कईस्कूलों में शिक्षक न होने जैसी स्थिति है और स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाईनहीं हो पा रही है।
तबादले करना ही था तो जून-जुलाई माह में किए जाने थे। यह समय उचित नहीं है। शिक्षा सत्र के मध्य स्थानांतरण छात्र एवं शिक्षक दोनों के हित में नहीं है।
-राकेश जैन, सचिव मप्र कर्मचारी कांगे्रस
बीच सत्र में तबादले से शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो जाएगी। इसके बाद भी तबादले हुए तो संघ के प्रांत से मिले निर्देशों एवं जिला स्तर पर बैठक में लिए गए निर्णयानुसार कदम उठाए जाएंगे।
-मनोज शर्मा, जिलाध्यक्ष] शिक्षक कर्मचारी कांगे्रस
दावे-आपत्तियों के बाद जिले में 559 शिक्षक अतिशेष रह गए। इन सभी के तबादले की पूरी तैयारी है। अनुमोदन के लिए सूची कलेक्टर को भेजी जा रही है।
एसपी त्रिपाठी, जिला शिक्षा अधिकारी

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