जानकारी के अनुसार, 2005 में नूंह जिले के वार्ड नंबर एक की हामिद कॉलोनी में रहने वाले हाजी बशीर गुम हो गए थे। बशीर के परिजनों ने इस दौरान इनको खोजने की काफी कोशिश की लेकिन पूरी खोजबीन बेनतीजा रही। हालांकि परिजनों ने इसके बाद भी उम्मीद नहीं छोड़ी थी लेकिन साल दर साल बीतने के साथ यह उम्मीद भी धूमिल पड़ती जा रही थी। ऐसे में एक दिन बशीर के परिजनों को फेसबुक में एक पोस्ट दिखाई दी, जिसने 13 साल से गायब बशीर नजर आए। फिर क्या था परिजनों ने उनको घर लाने की कबायद शुरू कर दी।
इस पूर घटनाक्रम में सबसे अधिक हैरान करने वाली बात यह थी कि परिजनों ने जिस फेसबुक में जिस पोस्ट को देखा था वह भारत से कोसों दूर सऊदी से पोस्ट की गई थी। ऐसे में यह प्रश्न उठना भी लाजमी है कि हाजी बशीर भारत से सऊदी कैसे पहुंच गए। हालांकि अच्छी बात यह रही कि इस फेसबुक की इस पोस्ट के बाद 13 साल से बिछड़ा यह परिवार एक बार फिर से मिल गया है। मुलाकात के दौरान जहां हाजी बशीर की हाखों से आंसू छलक आए तो वहीं परिवार के सदस्य इतने साल बाद अपने बशीर को पाकर फूले नहीं समां रहे हैं।