यहां मुर्दे भी बनाते हैं संबंध, देखने के लिए बेताब रहते हैं लोग
वैसे तो हर किसी ने इस पेन से अपना होमवर्क किया होगा और अगर नहीं भी किया होगा तो इसके ठक्कन से सीटी तो जरूर ही बजाई होगी। लेकिन बॉलपेन के ढक्कन में छेद होने के पीछे की असली वजह बहुत कम लोगों को ही पता होती है। हालांकि कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि बॉलपेन के ढक्कन में छेद होने से पेन की को नमी मिलती रहती है जिससे पेन अच्छे से काम करता है लेकिन बॉलपेन के ढक्कन में छेद असली वजह यह नहीं है।
ये होती है असली वजह दरअसल, छोटे बच्चे अक्सर पढ़ाई के दौरान पेन से लिखते समय पेन के ढक्कन को मुंह में डाल लेते हैं और कभी-कभी उसे गलती से निगल भी लेते हैं। ऐसा होने पर यह ढक्कन सांसनली में जाकर फंस जाता है, लेकिन अच्छी चीज यह है कि ढक्कन में छेद होने पर उससे सांस का प्रवाह होता रहता है। अगर यह छेद न हो तो ढक्कन के गले में फंसने से मौत भी हो सकती है।
अमेरिका में होती है सबसे अधिक घटना यही वजह है कि पेन कंपनिया बॉलपेन के ढक्कन में छेद कर देती हैं जिससे गले में फंसे होने के बाद भी सांस का प्रवाह ना रुके और पेन के ढक्कन को निकालने के लिए डॉक्टरों को थोड़ा समय मिल जाए। बता दें कि अकेले अमेरिका में हर साल पेन के ढक्कन को निगलने की वजह से लगभग 100 बच्चों की मौत हो जाती है, इसीलिए सुरक्षा नियमों के तहत बॉलपेन के ढक्कन में छेद बनाना अनिवार्य किया गया है जिससे किसी अनहोनी की स्थिति में किसी को बचाने के लिए थोड़ा समय मिल जाए।