बांग्लादेश के साथ भारत के मजबूत रिश्ते- विदेश मंत्रालय
भारत के विदेश मंत्रालय (Ministry Of External Affairs) के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि “बांग्लादेश के साथ भारत के रिश्ते बेहद मजबूत हैं। हमारे बीच एक बहुत व्यापक साझेदारी है जो अर्थव्यवस्था से लेकर व्यापार से लेकर निवेश, विकास, सहयोग, कनेक्टिविटी और लोगों से लोगों तक फैली हुई है। ये भारत का अभिन्न अंग है। ये साझेदारी जीवंत है और आगे भी जारी रहेगी।”
बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने भी अपने देश में चलाए जा रहे इस बयान का खासा विरोध किया। उन्होंने इसके लिए विपक्षी दलों के नेताओं की कड़ी आलोचना की। बांग्लादेश की BNP यानी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के इस अभियान की निंदा की। उन्होंने विपक्षी दलों के नेताओं की पत्नियों के भारतीय साड़ी पहनने पर भी सवाल उठाए। हसीना ने कहा कि “बीएनपी नेता अपने पार्टी कार्यालय के सामने अपनी पत्नियों की भारतीय साड़ियां कब जलाएंगे? जिससे ये तो साबित हो जाए कि वो असल में भारतीय उत्पादों का बहिष्कार कर रहे हैं।”
अपनी पत्नियों की साड़ियां क्यों नहीं जला देते?
शेख हसीना (Bangladesh PM Sheikh Hasina) ने बीएनपी नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि जो नेता इस अभियान में हिस्सा लेकर भारतीय सामान का बहिष्कार कर रहे हैं वो अपनी पत्नियों की भारतीय साड़ियों को क्यों नहीं जला देते? मैं जानना चाहती हूं कि बीएनपी नेताओं की पत्नियों के पास कितनी भारतीय साड़ियां हैं? आप सभी को उनसे पूछना चाहिए। मैं कुछ बीएनपी नेताओं की पत्नियों को जानती हैं जो भारतीय साड़ियां बेचने में शामिल थीं जब उनके पति मंत्री थे।”
शेख हसीना ने कहा कि “जब BNP बायकॉट इंडिया (#BoycottIndia) चला ही रही है तो उन्हें अपने घरों में खाना बनाना भी बंद कर देना चाहिए। क्योंकि बांग्लादेश तो भारत से प्याज, अदरक और मसाला आयात कर रहा है। क्या ये नेता इन सबके बिना खाना बना सकते हैं?”
क्यों चलाया जा रहा अभियान
दरअसल बांग्लादेश (Bangladesh) में जनवरी में आम चुनाव हुए थे जिसमें शेख हसीना को लगातार पांचवी बार जीत मिली थी। अब बांग्लादेश के विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि शेख हसीना की जीत में भारत का बहुत बड़ा हाथ था इसलिए वो भारत का विरोध कर रहे हैं और बायकॉट इंडिया (#BoycottIndia) चलाकर भारतीय उत्पादों का बहिष्कार कर रहे हैं।
मालदीव की राह पर चल रहा बांग्लादेश
साल 2022 में मालदीव के राष्ट्रपति की शह पर इंडिया आउट (India Out Protest in Maldives) अभियान चलाया गया था। इस अभियान को मालदीव की ‘प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव’ (PPM) के नेता और पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के नेतृतव में चलाया गया था। उन्हें चीन का करीबी माना जाता है। उन्होंने इस इंडिया आउट के जरिए भारतीय सेना को बाहर करने की मांग की थी। इसी तरह अब बांग्लादेश के विपक्षी नेता “बायकॉट इंडिया” अभियान चला रहे हैं।