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श्रीलंका में बढ़े ओमिक्रान वेरिएंट के केस, सरकार ने कहा- सार्वजनिक स्थानों पर थूकें तो वसूलेंगे जुर्माना

Published: Dec 09, 2021 10:18:25 pm

Submitted by:

Ashutosh Pathak

लगभग छह महीने के लंबे यात्रा प्रतिबंधों में ढील देते हुए 1 नवंबर को श्रीलंका सरकार ने सार्वजनिक परिवहन के संचालन की अनुमति दी थी, लेकिन निर्देश दिया था कि यात्रियों को बैठने की क्षमता को सख्ती से सीमित किया जाना चाहिए। पीएचआई ने कहा है कि भले ही कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने दुनिया के लिए खतरा पैदा कर दिया हो, लेकिन श्रीलंकाई लोगों ने स्थिति को हल्के में लिया है।

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नई दिल्ली।

श्रीलंका में ओमिक्रान वेरिएंट के केस बढ़ने लगे हैं, जिसके बाद कोरोना महामारी से जुड़े मामलों में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने संभावित वृद्धि को लेकर आगाह किया है। दूसरी ओर, श्रीलंकाई लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकने की चेतावनी दी गई है। अधिकारियों के मुताबिक, यदि कोई ऐसा करता मिला, तो उन्हें कड़ी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। पुलिस पर्यावरण प्रभाग के निदेशक, एसएसपी रोशन राजपक्षे ने कहा कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियों को कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। इस बीच, त्योहारी सीजन से पहले कोविड-19 महामारी से लड़ते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य निरीक्षकों (पीएचआई) ने जोर देकर कहा है कि उपभोक्ताओं, सार्वजनिक विक्रेताओं और सार्वजनिक परिवहन प्रदाताओं सहित कानूनों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जन स्वास्थ्य निरीक्षक संघ (पीएचआईयू) के अध्यक्ष उपुल रोहाना ने कहा कि क्षेत्रीय जन स्वास्थ्य निरीक्षकों को स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की सलाह दी गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि बड़ी संख्या में एकत्र होने वाले उपभोक्ताओं और स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाले विक्रेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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लगभग छह महीने के लंबे यात्रा प्रतिबंधों में ढील देते हुए 1 नवंबर को श्रीलंका सरकार ने सार्वजनिक परिवहन के संचालन की अनुमति दी थी, लेकिन निर्देश दिया था कि यात्रियों को बैठने की क्षमता को सख्ती से सीमित किया जाना चाहिए। पीएचआई ने कहा है कि भले ही कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने दुनिया के लिए खतरा पैदा कर दिया हो, लेकिन श्रीलंकाई लोगों ने स्थिति को हल्के में लिया है। शुक्रवार (3 दिसंबर) को श्रीलंका में पहला ओमिक्रॉन संक्रमित कोविड रोगी पाया गया, जो नाइजीरिया से आया था।
द्वीप देश में बुधवार रात तक, 24 घंटे की अवधि में 757 नए संक्रमित पाए गए। साथ ही 28 मौतों की सूचना दी गई। नवीनतम आंकड़ों से कुल मृत्युदर बढ़कर 14,533 तक पहुंच गई है। वहीं, फिलीपींस में भी ओमिक्रान वेरिएंट को फैलने से रोकने के लिए 13 दिसंबर से फ्रांस से यात्रा पर प्रतिबंध लगाएगा। यह जानकारी एक सरकारी अधिकारी ने दी। सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, कैबिनेट सचिव कार्लो नोगरालेस ने कहा कि प्रतिबंध 15 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा, जैसा कि सरकार द्वारा पहले 14 अन्य देशों को हरी झंडी दिखाई गई थी। उन्होंने कहा, फिलीपींस के किसी भी बंदरगाह में प्रवेश की अनुमति उन यात्रियों के लिए नहीं दी जाएगी, जो बिना टीकाकरण के फिलीपींस आने से पहले पिछले 14 दिनों के अंदर फ्रांस गए हैं।
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उन्होंने कहा, केवल लाल सूची वाले देशों या क्षेत्रों या अधिकार क्षेत्र के लिए मौजूदा टेस्ट और क्वारंटीन प्रोटोकॉल के अधीन लौटने वाले फिलिपिनो को प्रवेश की अनुमति दी जा सकती है।पिछले महीने, फिलीपींस ने दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, नामीबिया, जिम्बाब्वे, लेसोथो, इस्वातिनी, मोजाम्बिक, ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य, हंगरी, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड, बेल्जियम और इटली पर यात्रा प्रतिबंध लगाए।
नोग्रालेस ने कहा कि फ्रांस को उच्च जोखिम वाले देशों और क्षेत्रों की तथाकथित लाल सूची में शामिल किया जाएगा, जिसमें ओमिक्रान वेरिएंट के मामले शामिल हैं। अब तक, फिलीपींस मे कोरोनावायरस से 49,761 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 2.83 मिलियन से अधिक पुष्ट मामले है।
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