चीन की कोरोना के खिलाफ जीरो कोविड पॉलिसी पर अब सवाल उठने लगे हैं। शंघाई और बीजिंग जैसे शहरों में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। यहां कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच सरकार लगातार कड़े प्रतिबंध लगा रही है।
कड़े प्रतिबंधों के बीच अकेले शंघाई में 6 हफ्तों से लॉकडाउन जारी है। बताया जा रहा है कि यहां संक्रमण को रोकने के लिए सरकार लगातार कड़े फैसले ले रही है।
यह भी पढ़ें – दिल्ली में कोविड मामलों ने बढ़ाई चिंता, जल्द लग सकता है कर्फ्यू, जानिए क्या कहता है GRAP का नियम बताया जा रहा है कि शंघाई के 16 जिलों में से चार में लोगों को सप्ताह के आखिर में नोटिस दिया गया है कि वे अपने घरों से बाहर नहीं जा सकते, न ही डिलीवरी ले सकते हैं। ऐसे में लोगों में खासी नाराजगी है।
बता दें कि इससे पहले कोरोना प्रोटोकॉल के तहत लोगों को घरों के बाहर रेजिडेंटल एरिया में घूमने की इजाजत थी। लेकिन हाल में लगाए प्रतिबंधों के बाद विरोध तेज हो गया है। लोगों का कहना है कि ये किसी जेल की तरह है।
बीजिंग में भी अब तक सबसे गंभीर प्रतिबंधों का ऐलान किया गया है। यहां के दक्षिण-पश्चिम में सभी नागरिकों से बाहर निकलने के लिए मना कर दिया गया। वहीं वायरस का फैलाव ना हो ऐसे सभी तरह की गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
कुछ रेस्टोरेंट और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी बंद कर दिया गया है। इतना ही नहीं कई इमारतों और पार्क को भी सील कर दिया गया है। दअसल कोरोना के कहर ने चीन की अर्थव्यवस्था पर भी खासा असर डाला है। चीन की निर्यात वृद्धि लगभग दो वर्षों में सबसे कमजोर स्थिति में पहुंच गई है।
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