व्हाइट हाउस ने एक बयान में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ फ़ोन पर बातचीत में ट्रंप ने कहा, ” अमरीका भारत को एक सच्चा दोस्त मानता है और विश्व की चुनौतियों से निपटने में उन्हें अपना साझेदार समझता है। ”
व्हाइट हाउस ने कहा,” विश्व के दो शक्तिशाली देशों के दोनों नेताओं ने अर्थव्यवस्था और रक्षा जैसे क्षेत्रों में अमरीका और भारत के बीच रिश्ते मजबूत बनाने के अवसरों पर भी बात की। इसके अलावा उन्होंने एक दूसरे से दक्षिण और मध्य एशिया में सुरक्षा के मसले पर भी चर्चा की। ”
व्हाइट हाउस ने बताया कि अमरीका और भारत ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का संकल्प लिया है। राष्ट्रपति ट्रंप इस साल के आखिर में प्रधानमंत्री मोदी की अमरीका यात्रा के दौरान उनकी मेजबानी को लेकर खासे उत्साहित हैं।
मोदी पांचवें ऐसे विदेशी नेता हैं जिनके साथ ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद फ़ोन पर बातचीत की है। अमरीकी राष्ट्रपति ने इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और मेक्सिको के प्रधानमंत्री पेना निएटो से बात की थी। उन्होंने रविवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतान्येहू से और सोमवार को मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फ़तह अल सीसी से बात की थी।
हालांकि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि मोदी की यह मुलाकात अमरीका में सितंबर में होने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान होगी या नहीं। अमेरिका दौरे से पहले मोदी और ट्रंप की मुलाकात संभवत: जुलाई में जर्मनी में होने वाले जी-20 बैठक में भी हो सकती है।
इससे पहले विदेश सचिव एस जयशंकर ने अमेरिका के उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद माइक पेंस से मुलाकात थी जबकि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा माइकल फिन से मिले थे।
ट्रंप ने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई थी। टंप ने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान सत्ता में आने पर भारत के साथ संबंधों को मज़बूत बनाने की बात कही थी। इसके अलावा उन्होंने भारत की तेज आर्थिक विकास और प्रधानमंत्री मोदी के आर्थिक सुधारों की तारीफ की थी और मोदी को एक शक्तिशाली नेता बताया था।