उन्होंने स्वतंत्र और लोकतांत्रिक फिलिस्तीन की स्थापना के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया तथा कहा कि एक दीर्घकालिक और सार्थक शांति के लिए हमें आगे बढ़ कर काम करना होगा और यह समझना होगा कि दो देश के समाधान का कोई अन्य विकल्प नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत शांति स्थापना के लिए किए जा रहे सभी राजनयिक प्रयासों का समर्थन करता है और अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के साथ इस लक्ष्य की प्राप्ति में लगातार सहयोगी बना रहेगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से इजरायल तथा फिलीस्तीन के विद्रोही गुटों के बीच आपसी संघर्ष चल रहा है। इजरायल ने अपने ऊपर दागी जा रही मिसाइलों से बचाव के अपने सिक्योरिटी सिस्टम को अलर्ट कर दिया है और एयर स्ट्राइक के जरिए हमालवरों के बेस कैंप को नष्ट करने में लगा हुआ है। दोनों गुटों के बीच छिड़े संघर्ष में कई निर्दोष नागरिकों की भी जान जा चुकी है।