रविवार को ज्वालामुखी फटने से 1.5 किलोमीटर के दायरे में धुएं का गुबार छा गया। देश की आपदा पर नजर रखने वाली एजेंसी, बीएनपीबी ने स्थानीय लोगों के लिए चेतावनी जारी कि है कि वे लोग ज्वालामुखी के विस्फोट केंद्र के 5 किलोमीटर के दायरे में न जाए। इसके अलावा ज्वालामुखी के लावा प्रवाह के जोखिम के कारण नदी के किनारों से लगभग 500 मीटर दूर रहें।
बीएनपीबी ने बताया कि ज्वालामुखी 2:46 बजे फटना शुरू हुआ। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए इस वीडियो में आप देख सकते है कि आस-पास के इलाकों में भूरे राख के बादल दिखाई दे रहे हैं। इंडोनेशियाई अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों को मास्क वितरित किए हैं। वहीं इस विस्फोट के बाद जापान के मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा कि वह विस्फोट के बाद वहां सुनामी की संभावना को लेकर निगरानी कर रहे हैं। इस बात की जानकारी जापान के सार्वजनिक प्रसारक एनएचके ने दी है।
यह ज्वालामुखी ठीक एक साल बाद फिर से फटा है। पिछले साल 4 दिसंबर को ही ये ज्वालामुखी फटा था, जिस कारण ज्वालामुखी से निकलने वाले गैस और लावा से आसपास रहने वाले लोगों में दहशत पैदा हो गई थी। इस दौरान लगभग 50 लोग झुलस गए थे और एक शख्स की मौत हो गई। वहीं पिछले साल ही 1 जनवरी को भी यह ज्वालामुखी फटा था, इस विस्फोट में 57 लोगों की मौत हो गई थी।