सोल। उत्तर कोरिया ने बुधवार को पनडुब्बी से दागी जाने वाली मिसाइल का प्रक्षेपण किया, जो 500 किलोमीटर की दूरी तय कर जापान की ओर जा गिरी। इस मिसाइल का प्रक्षेपण कर उत्तर कोरिया ने अपनी मिसाइल टेक्नालॉजी में सुधार का संकेत दिया। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने इसे जापान की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।
संयुक्त राष्ट्र की अनदेखी
दुनिया में अलग थलग पड़ चुका उत्तर कोरिया संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव तथा उसके प्रतिबंधों की अनदेखी कर अब तक कई मिसाइलों का प्रक्षेपण कर चुका है। उत्तर कोरिया ने अपनी मिसाइल का प्रक्षेपण स्थानीय समय के अनुसार प्रातः साढ़े पाँच बजे (भारतीय समानुसार रात दो बजे) अपने तटवर्ती शहर सिन्या से किया।
जापान हवाई क्षेत्र तक पहुंची मिसाइल
उपग्रह से लिये गये चित्रों में सिन्या तट पर पनडुब्बी के केन्द्र (बेस) को दिखाया गया है। पनडुब्बी के बेस से मिसाइल के प्रक्षेपण की जानकारी दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने दी। मिसाइल जापान के चिन्हित हवाई रक्षा क्षेत्र तक पहुंची। उत्तर कोरिया ने यह प्रक्षेपण दक्षिण कोरिया तथा अमेरिका द्वारा शुरू किये गये सैनिक अभ्यास के एक दिन बाद किया।
जापान की सुरक्षा के लिए खतराः आबे
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा इस तरह का मिसाइल परीक्षण जापान की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा उत्पन्न कर दिया है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए आबे ने कहा कि उत्तर कोरिया का मिसाइल परीक्षण एक अक्षम्य कृत्य है, जिसने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचाया है।
Home / world / उत्तर कोरिया ने पनडुब्बी से किया मिसाइल परीक्षण, जापान के लिए खतरा