पारंपरिक कुरता और ढीली पतलून धारण किए शरीफ यहां इस्लामाबाद में संयुक्त जांच दल(जेआईटी) के कार्यालय पहुंचे, लेकिन मीडिया से बात नहीं की। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि पूर्वाह्न 11 बजे शुरु हुई सुनवाई कितनी लंबी चलेगी और कब समाप्त होगी।
पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने गत अप्रैल में भ्रष्टाचार के आरोपों के मामले को लेकर शरीफ को पद से हटाये जाने संबंधी विपक्षी दलों की याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी थी कि इस मामले में उनके (शरीफ) खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य नहीं है, लेकिन अदालत ने मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए थे।
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले वर्ष पनामा पेपर्स लीक के बाद विपक्षी दलों की ओर से प्रदर्शन की चेतावनी के मद्देनजर शरीफ परिवार की संपत्ति संबंधी जांच को लेकर अपनी सहमति जतायी थी। पनामा स्थित मोसाक फोंसेका लॉ फर्म के लीक दस्तावेजों के जरिए शरीफ की बेटी और दो बेटों द्वारा ब्रिटेन में वर्जिन आइसलैंड में पंजीकृत कंपनियों के संचालन और लंदन में संपत्ति खरीदने के लिए इनका उपयोग किए जाने का खुलासा हुआ था।
तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे शरीफ का 1990 और 1999 में तख्ता पलट किया गया था। बाद में उन्होंने देश से बाहर और ज्यादातर सऊदी अरब में दिन काटे। वह वर्ष 2013 के चुनाव में दोबारा सत्ता में आए। शरीफ के प्रवक्ता टिप्पणी के लिए उपलब्ध न हो सके। सुप्रीम कोर्ट ने जांच एजेंसी को अपनी रिपोर्ट पेश करने के लिये दो माह का समय दिया है।