पिछले सप्ताह कोर्ट ने कैस्टिलो को सात दिनों तक हिरासत में रखने का आदेश दिया था और उन्हें बुधवार को रिहा किया जाना था। हालांकि, अभियोजकों ने मंगलवार देर रात उसे 18 महीने के लिए प्री-ट्रायल हिरासत में रखने का अनुरोध किया। जज जुआन चेकले ने बुधवार को नए अनुरोध पर गुरुवार तक के लिए सुनवाई स्थगित कर दी और कैस्टिलो को और 48 घंटे तक हिरासत में रहने का भी आदेश दिया। इसके बाद हिंसा और भड़क उठी।
ट्विटर पर कैस्टिलो ने लिखा, बस! आक्रोश, अपमान और दुर्व्यवहार जारी है। उन्होंने कहा कि वे ‘हस्तक्षेप’ करने के लिए मानवाधिकारों पर अंतर-अमेरिकी आयोग में याचिका दायर करेंगे। पिछले बुधवार को उन्होंने घोषणा की कि वह कांग्रेस को भंग कर रहे हैं और डिक्री द्वारा शासन करेंगे लेकिन सांसदों ने वोटिंग कर उन्हें बर्खास्त कर दिया। भागने और शरण लेने की कोशिश करते हुए उन्हें मैक्सिकन दूतावास से गिरफ्तार कर लिया गया।
भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे वामपंथी पूर्व स्कूली शिक्षक कैस्टिलो दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र पेरू में केवल 17 महीनों के लिए सत्ता में रहे। राजनीतिक अस्थिरता से ग्रस्त देश में छह वर्षों में छठा राष्ट्रपति बनाया गया है। नई राष्ट्रपति डीना बोलुआर्टे शपथ ले चुकी हैं।
कैस्टिलो ने अपनी गिरफ्तारी को अन्यायपूर्ण और मनमाना बताया और कहा कि वह कभी हार नहीं मानेंगे। उन्होंने सुरक्षा बलों से हथियार डालने और न्याय के लिए प्यासे अपने लोगों को मारना बंद करने का भी आह्वान किया। इस बीच, प्रदर्शनकारियों ने कई क्षेत्रों में सड़कें जाम कर दी है। सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र उत्तर और दक्षिण में हैं। इसमें कस्को का क्षेत्र भी शामिल है, एक पर्यटन आकर्षण जो माचू पिचू और अरेक्विपा का घर है। माचू पिच्चू के मेयर डार्विन बाका के अनुसार, कई पर्यटक पर्यटन स्थल पर फंसे रह गए।