संयुक्त राष्ट्र: IS का दबदबा हुआ कम, लेकिन अभी भी कई इलाकों में बना हुआ है चिंता का सबब चीन के करीब आ रहा है फिलीपींस 2016 के मध्य में पदभार संभालने के बाद ड्यूटेरे ने तुरंत चीन के साथ रिश्तों को पुनर्जीवित करने के लिए कदम उठाए।अमरीकी नीतियों के प्रति विरोधी दृष्टिकोण अपनाते हुए उन्होंने बार बार चीन की नीतियों से बार-बार सहमति जताई है।उन्होंने राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में भी उनकी नीतियों की जमकर आलोचना की। हालाँकि फिलीपींस के राष्ट्रपति ने वर्तमान अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों का समर्थन किया है।
ऑस्ट्रेलिया: स्कॉट मॉरिसन बने 30 वें प्रधानमंत्री, पीटर डटन को पीछे छोड़ा विवादों से पुराना नाता है फिलीपींस के राष्ट्रपति रॉड्रिगो ड्यूटेरे अक्सर अपने विवादास्पद बयानों के चलते सुर्खियों में रहते हैं। ताजा मामले में उन्होंने साफ़ कहा कि फिलीपींस को एफ -16 की जरूरत नहीं है। यह हमारे लिए पूरी तरह बेकार होगा। लेकिन काउंटरिनर्जेंसी हमले के लिए हमें हेलीकॉप्टरों और छोटे विमानों की जरूरत है। फिलीपाइन राष्ट्रपति ने उस घटना को याद किया जब फिलीपींस पुलिस के लिए जरूरी राइफलों और पिस्टलों की सप्लाई अमरीका ने रोक ली थी। उस समय अमरीका ने फिलीपींस के ऊपर यह आरोप लगाया था ये राइफलें और हथियार फिलीपींस के ड्रग्स कारोबारियों के पास जा सकते हैं।