राजनाथ सिंह ने सार्क सम्मेलन के दौरान कहा, “अच्छा-बुरा आतंकी कुछ नहीं होता। आतंकियों का महिमामंडन नहीं होना चाहिए। आतंकियों की सिर्फ निंदा ही काफी नहीं है।” राजनाथ सिंह ने इस दौरान आतंकवाद को संरक्षण देने वाले देशों को निशाने पर लिया। राजनाथ ने कहा कि आतंक के हमदर्द देशों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। हालांकि पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर राजनाथ सिंह के भाषण को नहीं प्रसारित किया गया।
साथ ही नवाज शरीफ ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान में ऑपरेशन जर्बे-अज्ब की बदौलत आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। वहीं पाकिस्तान के गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने कहा है कि पाकिस्तान सार्क संगठन की प्रक्रिया और इच्छाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
निसार अली ने कहा, “दक्षेस में शामिल देशों को रियलिटी चेक भी करना चाहिए जिससे ये मालूम हो कि हमने अब तक क्या किया है और हमें क्या करने की जरूरत है।” राजनाथ सिंह बतौर गृह मंत्री पहली बार पाकिस्तान पहुंचे हैं। उनकी यात्रा के खिलाफ लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों से धमकी मिलने के बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा दी गई है।