क्या है मामला
योजना के तहत सरकारी या गैर सरकारी अस्पताल में बालिका के जन्म होने पर राजश्री योजना के तहत 50 हजार रुपए, ग्रामीण क्षेत्र में प्रसूता को 1400 रुपए व शहरी क्षेत्र में 1000 रुपए मिलते थे। सरकार ने इस योजना से निजी क्षेत्र के अस्पतालों को इस योजना से जोड़ रखा था। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निदेशक ने हाल में ही आदेश जारी कर कई निजी अस्पतालों को इस योजना से अलग करते हुए केवल निर्धारित मापदण्ड पूर्ण करने वाले निजी चिकित्सालयों को ही योजना में शामिल रखा है।
गंगापुरसिटी में सालोदा मोड़ स्थित रिया हॉस्पिटल व जयपुर रोड स्थित वद्र्धमान एवं इनफर्टिलिटी सेंटर गंगापुरसिटी में योजना का लाभ प्रसूताओं को मिलता रहेगा। नए आदेश के तहत गंगापुरसिटी के पांच अन्य अस्पतालों पर रोक लगा दी गई है। सवाईमाधोपुर में बाल मंदिर कॉलोनी स्थित ज्योति नर्सिंग होम व रणथम्भौर सेविका योजना से जुड़े रहेंगे।
योजना से जुड़े चिकित्सकों की मानें तो निजी अस्पतालों को जेएसवाई से हटाने से प्रसूताओं की समस्या बढ़ेगी। दरअसल सभी अस्पतालों में योजना संचालित होने से प्रसूताओं को अपने नजदीकी अस्पताल में काफी सहुलियत होती थी, अब उन्हें दूर जाना पड़ेगा। चिकित्सकों व लोगों का कहना है कि योजना को सभी अस्पतालों ही लागू करना चाहिए।
एनआरएचएम के एमडी के आदेशानुसार यह कार्यवाही की गई है। हर ब्लॉक में दो निजी अस्पताल रखे गए हैं। लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन फिलहाल आदेशानुसार यही व्यवस्था की गई है।
टीआर मीणा, सीएमएचओ, सवाईमाधोपुर