मेरी आंखों में आंसू थे जमीला ने बताया कि जब वो टेलर से बात कर रही थीं, तभी ब्रांच का सुपरवाइजर उनके पास आया और उसने कहा कि 3 तक गिनती गिनने के बाद वो 911 पर कॉल करेगा। सुपरवाइजर ने मुझसे कहा कि आप अपना हुड उतारिए। मुझे जबरदस्ती बैंक से धक्के मारकर बाहर निकाल दिया गया, मेरी आंखों में आंसू थे।
शुक्रवार होने के कारण पहना था जमीला ने बताया कि उन्होंने एक स्वेटर और हुड पहन रखा था, क्योंकि ये शुक्रवार का दिन था, जब मुस्लिम अपनी साप्ताहिक प्रार्थना जुमे की नमाज में शामिल होते हैं। जमीला का कहना है कि जब वो बैंक में थीं, वहां बेसबॉल कैप पहने दो और कस्टमर्स थे। लेकिन, उन्हें बिना किसी मुश्किल के बैंक सेवाएं दी जा रही थीं।
क्रेडिट यूनियन ने माफी मांगी क्रेडिट यूनियन ने इस घटना पर अपनी माफी फेसबुक पर पोस्ट की। यूनियन ने कहा कि हम इन हालात को अच्छी तरह हैंडल नहीं कर पाए। रिपोर्ट के मुताबिक क्रेडिट यूनियन में साइन बोर्ड पर साफ लिखा है कि यहां हुड, हैट और सनग्लास लगाने की मनाही है। जमीला का कहना है कि वो पॉलिसी को फॉलो कर रही थीं। लेकिन, रिपोर्ट में कहा गया है कि जमीला हिजाब लेकर आई थीं और फिर भी हुड पहने हुई थीं।