र्ल्ड सेंट्रल किचन के कर्मचारी थे मारे गए लोग
IDF यानी इज़रायल सुरक्षा बल ने कहा कि वो वर्ल्ड सेंट्रल किचन (WCK) के दावे की जांच करेगा कि गाज़ा में उसके 7 कार्यकर्ता हमारे हमले में मारे गए थे। “गाजा पट्टी में WCK संगठन के आरोप के बाद हम हमारे सबसे वरिष्ठ अधिकारियों से इस मामले की जांच करा रहे हैं। बता दें कि गाज़ा (Gaza) में फिलिस्तीनियों तक सहायता पहुंचाने वाले WCK ने एक बयान जारी करते हुए आरोप लगाया था उसकी टीम, जिसमें पांच अलग-अलग देशों के लोग शामिल थे, वो संगठन के लोगो वाली दो बख्तरबंद कारों और एक सामान्य कार में फिलिस्तीनियों को सामान पहुंचाने जा रही थी। इसी दौरान उन पर ये हमला किया गया।”
बता दें कि वर्ल्ड सेंट्रल किचन खुद को एक गैर-लाभकारी गैर-सरकारी संगठन कहता है जो प्राकृतिक आपदाओं के मद्देनजर जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराता है।
सहायता कर्मचारियों की सुरक्षा का इजरायल का दावा हुआ फेल – बाइडेन
जो बाइडेन (Joe Biden) ने अपने बयान में कहा कि जिन लोगों की इजरायली सेनी ने बेरहमी से हत्या की है वो इस भीषण युद्ध के (Israel-Hamas War) बीच गाज़ा के भूखे नागरिकों को भोजन दे रहे थे। इन कर्मचारियों ने बहुत बहादुरी का काम किया लेकिन उनकी मौत एक त्रासदी बन चुकी है। इजराइल ने वादा किया है कि वो उस पर लगे इस आरोप की जांच करेगा। ये जांच और तेज होनी चाहिए और इसकी वजह जल्द से जल्द सार्वजनिक की जानी चाहिए।
भारतीय मूल की महिला भी शामिल मिजोरम से है ताल्लुक
भारतीय मूल की महिला भी इस हमले में मारी गई है। इनका नाम लालज़ावमी फ्रैंककॉम है। इनकी मां भारत के मिजोरम (Mizoram) और पिता ऑस्ट्रेलिया के हैं। लालज़ावमी ऑस्ट्रेलिया की नागरिक थीं।
इन देशों के नागरिक मारे गए
मारे गए (Aid workers killed in gaza) 7 कर्मचारियों में अमेरिकी-कनाडाई नागरिक भी शामिल है। वहीं ब्रिटेन के 3 नागरिक भी इस हमले में मारे गए हैं। इधर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी इस हमले की निंदा की है और इजरायल से जल्द से जल्द इस केस की जांच के बाद रिपोर्ट सार्वजनिक करने को कहा है। एक नागरिक पोलैंड और एक फिलिस्तीन का नागरिक इस हमले में मारा गया है।