‘यूक्रेन में आया नाटो तो तीसरा विश्व युद्ध अगले कदम पर ही खड़ा’
पुतिन ने अब तक की सबसे बड़ी जीत (Russia President election) के बाद मीडिया से कहा कि “नाटो की सेना पहले से ही यूक्रेन में मौजूद थी। रूस ने युद्ध के मैदान में बोली जाने वाली अंग्रेजी और फ्रेंच दोनों को सीख लिया है। इसमें कुछ भी अच्छा नहीं है। सबसे पहले तो उनके लिए क्योंकि वो वहां और बड़ी संख्या में मर रहे हैं। ये सभी के लिए साफ तौर पर दिखा दिया गया है कि ये पूर्ण पैमाने पर तीसरे विश्व युद्ध (Third World War) से एक कदम दूर होगा। मुझे लगता है कि शायद ही किसी को इसमें दिलचस्पी है।”
फ्रांस के बयान पर दिया जवाब!
दरअसल पुतिन का ये बयान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैंक्रो (Emmanuel Macron) के उस बयान का जवाब था जिसमें मैंक्रो ने कहा था कि वो भविष्य में यूक्रेन में जमीनी सैनिकों की तैनाती से इनकार नहीं कर सकते। कई पश्चिमी देशों ने खुद को इससे दूर कर लिया है लेकिन पूर्वी यूरोप के कई देशों ने इस पर अपनी सहमति जताई है। फ्रांस (France) भी यूक्रेन में सेना भेजने वाले देशों में शामिल था।
आखिर चाहते क्या हैं पुतिन?
गौरतलब है कि राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बाद आए दिन यूक्रेन और यूक्रेन की मदद करने वाले देशों को परमाणु युद्ध की धमकी देते रहते हैं। उन्होंने तो अपने पड़ोसी देशों की सीमा पर परमाणु हथियार भी तैनात कर दिए हैं, जिसमें फिनलैंड (Finland) जैसे देश शामिल हैं। सिर्फ यही नहीं व्लादिमिर पुतिन ने अंतरिक्ष पर परमाणु ऊर्जा का यूनिट बनाने वाले प्रोजेक्ट पर भी काम शुरू कर दिया है। माना जा रहा था कि व्लादिमिर पुतिन राष्ट्रपति चुनाव से अपने रुख में थोड़ी नरमी लाएंगे लेकिन अपने पहले ही बयान में तीसरे विश्व युद्ध की चेतावनी देने से ये सारे कयास टूट गए हैं। बता दें कि व्लादिमिर पुतिन ने 87.97 प्रतिशत वोटों से ये चुनाव जीता है।