1- चिली (Chile) पानी के संरक्षण के लिए काम करने वाली संस्था हाइड्रोटेक ग्रुप की एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक टेक्सास और चिली के विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों ने बताया है कि उन्होंने दुनिया में जल संसाधनों की स्वच्छता पर शोध किया है। आर्कटिक बायोकल्चर संरक्षण कार्यक्रम के निदेशक के मुताबिक चिली में में पानी (Purest Water Reserve) और हवा सबसे साफ है। ये एक पारिस्थितिकी तंत्र है जो विश्व औद्योगिक क्रांति से पहले ग्रह पर मौजूद था।
2- कनाडा (Canada) चिली के बाद दूसरे नंबर पर आता है कनाडा। कनाडा दुनिया के सबसे साफ पानी (Purest Water Reserve) वाले क्षेत्रों समें दूसरे नंबर पर है। यहां के टोरंटो के पास स्प्रिंगवाटर शहर है। इस शहर का पानी इतना साफ है कि इसमें जमे हुए आर्कटिक ग्लेशियरों की मुकाबले पांच गुना कम लेड पाया जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि ये शहर के चारों तरफ से पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र से घिरा हुआ है जो मिट्टी, रेत की कई परतों के जरिए बहने वाले पानी को स्वच्छ बनाता है।
3- डेनमार्क (Denmark) कनाडा के बाद तीसरा देश है डेनमार्क जो दुनिया का ऐसा पहला देश है जिसने 1971 में अपनी संसद में पर्यावरण मंत्रालय की स्थापना की थी। डेनमार्क में स्वच्छ पानी के (Purest Water Reserve) पीछे भी एक रोचक किस्सा है और वो ये कि 20वीं सदी के 60 के दशक में डेनमार्क में जल संसाधनों और पास के बंदरगाहों पर प्रदूषण खतरनाक स्तर को भी पार कर गया था। जिसके बाद सरकार ने कार्रवाई करते हुए इसे नियंत्रित करने की कोशिश की और ये कोशिश ऐसी जारी हुई कि तब से लेकर अब 40 साल बाद डेनमार्क दुनिया से सबसे शुद्ध पानी के भंडार वाले देशों में तीसरे नंबर पर आ गया है।
4- सिंगापुर (Singapore) पूर्वी एशियाई देश सिंगापुर में पानी सबसे (Purest Water Reserve) शुद्ध है। अपने पड़ोसी देशों के मुकाबले सिंगापुर ने अपने देश में पानी की शुद्धता को लंबे समय तक बनाए रखने में महारत हासिल की है। सिंगापुर की राष्ट्रीय जल एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक सिंगापुर का पानी सबसे ज्यादा शुद्धता रखता है। इसका कारण सिंगापुर के लोगों के रोजमर्रा के कामों में पानी की कम खपत है। रिपोर्ट के मुताबिक वहां एक व्यक्ति दिन में औसतन 150 लीटर पानी खर्च करता है जो दो बाथटब के बराबर है।
5- स्वीडन (Sweden) अंतर्राष्ट्रीय ISO सर्टिफाइड स्वीडन ये साबित कर देता है कि उसके देश में दुनिया का शुद्ध पानी (Purest Water Reserve) मौजूद है। 2017 में स्वीडन के स्टॉकहोम शहर को ये सर्टिफिकेट दिया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक स्वीडन के लोग सोचते हैं कि प्लास्टिक की बोतल में पानी खरीदना केवल पैसे की बर्बादी है। इसलिए वो पीने का पानी देश की 95,700 से ज्यादा झीलों और भूमिगत जलधाराओं से लेते हैं।